मोदी की पाक नीति निर्णायक होगी

Publsihed: 26.Feb.2019, 18:24

इंडिया गेट से अजय सेतिया / लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को 56 ईंच का सीना दिखा कर विपक्षी दलों की उम्मींदों पर पानी फेर दिया है | पुलवामा में सीआरपीएफ के दस्ते पर हुए आतंकी हमले के ठीक 12 दिन बाद 26 फरवरी को तडके भारतीय वायु सेना पाकिस्तान पर एक तरह से हवाई हमला कर दिया | पाकिस्तान ने खुद हमले की पुष्टि कर दी तो राहुल गांधी के लिए सर्जिकल स्ट्राईक की तरह सवाल उठाने का मौक़ा नहीं रहा | राहुल गांधी ने अपनी पिछली गलती को सुधारते हुए तुरंत भारतीय सेना को बधाई दी | उडी के बाद जमीनी सर्जिकल स्ट्राईक और पुलवामा के बाद हवाई सर्जिकल स्ट्राईक कर के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान और भारत दोनों देशों की जनता को कांग्रेस की सरकार होने और भाजपा की सरकार होने का अंतर बता दिया है | पाक पर हवाई हमले के बाद मोदी ने जिस तरह चुरू में सौगंध खा कर देश के प्रति समर्पण की प्रतिज्ञा ली है, उसके बाद देश के सभी नेता बौने हो गए हैं |

मई 1999 में पाकिस्तान की फौजें कारगिल की पहाडियों में घुस आई थीं, तो वाजपेयी सरकार ने परमाणु युद्ध की आशंकाओं के बावजूद युद्ध का बिगुल बजा कर कारगिल खाली करवा लिया था,  2001 में संसद पर आतंकी हमला हुआ तो वाजपेयी ने सेनाओं का सीमाओं पर कूच कर के पाकिस्तान के नाक में दम कर दिया था | तब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अमेरिका से बीच बचाव कर के युद्ध को टाला था , बाद में 2004 के सार्क सम्मेलन के समय पाक राष्ट्रपति परवेज मुशरफ ने लिखित वादा किया कि वह पाकिस्तान की जमीन का भारत में आतंकवाद फैलाने के लिए इस्तेमान नहीं होने देंगे | जबकि 2008 में पाकिस्तानी आतंकियों की ओर से मुम्बई में हमला किया गया , तो कांग्रेसी प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कारवाई करने के बजाए शरम-अल-शेख में बलूचिस्तान के आतंकवाद को कश्मीर के आतंकवाद से जोड़ कर सेल्फ-गोल कर लिया था |

जिस तरह 1965 के युद्ध का 1967 के लोकसभा चुनाव पर, 1971 के युद्ध का उसी साल हुए मध्यवधि लोकसभा चुनाव पर ,1999 के युद्ध का उसी साल हुए लोकसभा के मध्यवधि चुनाव पर असर हुआ था , उसी तरह अगले महीने मार्च से शुरू होने वाले लोकसभा चुनाव पर भी दोनों सर्जिकल स्ट्राईकों का असर दिखेगा | याद रहे कि तीनों युद्धों का सत्ताधारी पार्टी को लाभ मिला था ,भारत का जनमानस पाकिस्तान की आतंकवादी नीति के कारण उस से नफरत करता है ,जो भी प्रधानमंत्री जब जब पाकिस्तान को सबक सीखाने वाली कार्रवाई करेगा ,जनमानस उस के पीछे खडा होगा | इस मोर्चे पर कांग्रेस का हाल ही का रिकार्ड बेहद खराब है , उस के नेताओं ने गैरजिम्मेदार क्षेत्रीय दलों के साथ मिलकर भारत की लाईन अपनाने की बजाए पाकिस्तान की लाईन अपनाई | पाकिस्तान ने 2016 से सर्जिकल स्ट्राईक से इनकार किया था तो राहुल गांधी, ममता बेनर्जी, अरविन्द केजरीवाल , अखिलेश यादव , लालू प्रशाद यादव और वामपंथी दलों ने भी सर्जिकल स्ट्राईक पर सवाल उठाए |

सोनिया गांधी ने 2004 का लोकसभा चुनाव वाजपेयी सरकार पर केस्केट घोटाले का आरोप लगा का जीता था , जगह जगह पर वाजपेयी सरकार को कफन चोर कहा गया | राहुल गांधी ने भी उसी तर्ज पर राफेल घोटाले का आरोप लगा कर नरेंद्र मोदी को चोकीदार चोर कहना शुरू कर दिया था | लेकिन यह मिसफायर हो गया , क्योंकि फ्रांस की सरकार , सर्वोच्च न्यायालय और सीएजी ने मोदी सरकार को क्लीन चिट दे दी है | मोदी सरकार की पाकिस्तान और कश्मीर नीति 2019 के लोकसभा चुनाव में अहम मुद्दे होंगे | भाजपा ने कश्मीर में महबूबा मुफ्ती के साथ मिलकर सरकार बनाने की गलती वक्त रहते सुधार ली है और मोदी का पांच साल का शासनकाल पाकिस्तान को ईंट का जवाब पथ्थर से देने वाला रहा है |  

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