प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के बाद भाजपा की तीन दिवसीय राष्ट्रीय परिषद समाप्त हो गई. कल जनसभा में उरी और नवाज शरीफ पर कडा रुख अपनाने वाले प्रधानमन्त्री के आज के भाषण पर देश की निगाह टिकी हुई थी, लेकिन उन्होने उरी की घटना और पाकिस्तान की ओर से भारत में की जा रही आतंकी घटनाओ का जिक्र तक नहीं किया, उन का सारा भाषण प्न्डित दीन दयाल उपाध्याय जन्मशति के इर्दगिर्द ही रहा.
दीन दयाल उपाध्याय शती में विकास
इस से पहले अपने भाषण के शुरु में नरेंद्र मोदी ने कहा कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय ने जो विचार रखे, भाजपा उन विचारो को आगे ले कर बढ रही है. आजादी के आंदोलन के समय जो आदर्श था, उस में गिरावटआई है. बेटे संकोच में अपने पिता का परिचय नहीं करवाते कि उस का पिता राजनीतिज्ञ है. हम जब दीन दयाल उपाध्याय की जन्म शताब्दी मना रहे हैं तो हम लोकतंत्र की आवश्यकता को देखते हुए राजनीति की छवि ठीक करे, और दलो मे भी अच्छे लोग हैं, लेकिन भाजपा में अच्ग्छे लोग अपेक्षाकृत ज्यादा हैं. दीन दयाल जी सर्वजन हिताय की रणनीति पर चलते थे, समाज के सभी वर्गो के प्रति रूख एक सा हो. सेक्यूल्रिज्म की विकृत परिभाषा चल रही है. मुसलमानो को वोट की मंडी का माल या घृणा का पात्र न समझे. सब का साथ, सब का विकास हमारा विचार है, समाज का सब से नीचे खडे व्यक्ति का विकास होना चाहिए, यही अंत्योदय है.हम इन विचारो में पले हैं. दीन दयाल उपाध्याय को सच्ची श्रद्धांजलि देने के लिए उन के विचारो के काम में और तीव्र गति से काम करेंगे. उन्होने कहा भाजपा समूचे देश का समग्र विकास करना चाहती है, सभी राज्यो का एक साथ विकास होना चाहिए. उन्होने कहा कि भाजपा संतुलित विकास में विश्वास रखती है.
ग्लोबल वार्मिंग पर अंतर्राष्ट्रीय संधि
ग्लोबल वार्मिंग का जिक्र करते हुए उन्होने कहा कि दीन दयाल जी कहते थे कि प्रकृति का उतना ही दोहन होना चाहिए, जितना आवश्यक हो. अब दुनिया तापमान को ले कर चिंतित है. दुनिया भारत की पहल को स्वीकार करती है, जो तापमान बढने वाला है, उस में कम से कम दो डिग्री कम होना चाहिए. दीन दयाल जी ने यह मार्ग बहुत पहले दिखाया. दुनिया के 55 देशो को कोप-21 के समझौते की पुष्टि करना है , उन्होने घोषणा की कि भारत 2 अक्तूबर को पर्यावरण सम्बब्धी अंतर्राष्ट्रीय समझौते पर दस्तख्त करेगा.
काडर की उपेक्षा नही हो
उन्होने कहा कि भाजपा काडर बेस पार्टी थी, लेकिन मास बेस पार्टी बन गई है. उन्होने कहा कि पार्टी फिर से काडर को मजबूत करना होगा. कार्यकर्ता पार्टी के लिए समय दे, कार्यकर्ताओ को दूर दूरस्थ स्थानो पर संगठन के काम हेतु भेजा जाना चाहिए. दीन दयाल उपाध्याय ने संगठन को खडा किया , आज वही पार्टी केंद्र में सत्ता में है. स्यामा प्रशाद मुखर्जी ने कहा था कि अगर उन के पास दो दीन दयाल और होन तो वह भारत की दशा बदल दे.
चुनाव सुधार की जरुरत
उन्होने कहा कि चुनाव में धन का उपयोग बढ रहा है. क्या एक साथ चुनाव हो सकते हैं. इस पर मंथन होना चाहिए. चुनाव सुधारो पर सोचने की जरुरत है. चुनाव सुधारो में काफी परिवर्तन की जरुरत है.
मानवाधिकार का हनन
उन्होने मीडिया से कहा कि आहुति नामक जो किताब बंटी है, उसे पढे और जाने कि केरल में भाजपा कार्यकर्ताओ के साथ अमानवीय व्यवहार हो रहा है. हत्याए हो रही हैं क्योकि हमारी विचारधारा अलग है. उन्होने कहा कि मानवाधिकार जागृति के समय यह आवाज सब जगह पन्हुचनी चाहिए.
आपकी प्रतिक्रिया