भारत के विपक्षी नेताओ को भारत के अखबारो में तो ज्यादा जगह नहीं मिल रही, लेकिन पाकिस्तान के अखबारो में छाए हुए हैं. अरविंद केजरीवाल, संजय निरुपम ,राहुल गांधी और अखिलेश यादव एक एक बार लीड ले चुके हैं. 1947 के शुरुआती दिनो के बाद पहला मौका है, जब भारत के विपक्ष ने पाकिस्तान के खिलाफ की गई सैन्य कार्यवाही पर अपनी सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर के पाकिस्तान सरकार को वहाँ की जनता के गुस्से का शिकार होने से बचा लिया है.
बृहस्पतिवार को कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला या कांग्रेस का छात्र संगठन एनएसयूआई पाकिस्तान के अखबारो में सुर्खी होंगे. एनएसयूआई ने बुधवार शाम को सर्जिकल स्ट्राईक के मुद्दे पर शुरु हुए विवाद को आधार बना कर जेएनयू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला जलाया और रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आज रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर को कहा कि उन्हे चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए. मुंबई की मटीरियल्स इंजीनियरिंग टेक्नोलॉजी के एक कार्यक्रम में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सर्जिकल स्ट्राइक पर बयान देते हुए कहा था कि उन्हें इसका श्रेय किसी के साथ साझा करने में कोई गुरेज नहीं है.रक्षा मंत्री ने कहा कि सर्जिकल ऑपरेशन का श्रेय मुख्य तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता हैं. उनके निर्णायक रवैये और योजना के जरिए ही ये मुमकिन हो सका है. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि मेरे क्रेडिट शेयर करने से शायद कई लोगों को सुकून मिल जाए.
उन्होंने कहा कि ये ऑपरेशन किसी राजनीतिक पार्टी ने नहीं किया है, सर्जिकल ऑपरेशन का श्रेय हर भारतीय को जाता है उनको भी जिन्हें इस पर शक है. उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी हमला बोला.दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यू ट्यूब पर एक वीडियो अपलोड कर सर्जिकल स्ट्राइक के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को की तारीफ तो की थी, लेकिन इसी वीडियो में केजरीवाल ने सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाते हुए कहा था कि पीएम मोदी को पाकिस्तान के प्रोपेगंडा का जवाब देना चाहिए जिसमें कहा जा रहा है कि कोई सर्जिकल स्ट्राइक हुई ही नहीं है. केजरीवाल के इसी बयान पर बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया है. राष्ट्रीय स्तर से लेकर दिल्ली बीजेपी के नेताओं ने केजरीवाल पर आरोपों की बौछार कर दी।
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