हरीश रावत को हरिद्वार में हारने की आशंका

Publsihed: 22.Feb.2017, 23:36

देहरादून | हरीश रावत को हरिद्वार ग्रामीण में हारने का सता रहा है ! वह हरिद्वार ग्रामीण के अलावा उधमसिंह नगर की किच्छा सीट से भी चुनाव लडे थे ! हरिद्वार में अपनी स्थिति कमजोर देखते हुए चुनाव याचिका दाखिल करने की रणनीति के अंतर्गत हरीश रावत ने हरिद्वार के चुनाव अधिकारी से उत्तराखंड प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष अजय भट्ट को नोटिस दिलवा दिया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हरिद्वार रैली की इजाजत नहीं ली गई थी ! 

अजय भट्ट ने आज चुनाव आयोग को आडे हाथों लेते हुए कहा कि जिला प्रशासन रैली से पूर्व पीएमओ और एसपीजी के साथ लगातार संपर्क में था और अगर रैली की इजाजत नहीं ली गई थी तो रैली को रोका क्यों नहीं गया ! उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हरीश रावत प्रशासन का दुरूपयोग कर रहे हैं ! भट्ट ने चेतावनी दी कि उन प्रशासनिक अफसरों को बख्शा नहीं जाएगा, जो हरीश रावत की अवैध तरीके से मदद कर रहे हैं.

कांग्रेस की ओर से सैनिकों और अर्धसेनिक बलों के डाक से आए पत्रों पर सवाल उठाए जाने पर टिप्पणी करते हुए भट्ट ने कहा कि सेनिकों पर सवाल उठाना कांग्रेस की पुरानी आदत है . उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने तो सर्जिकल स्ट्राईक तक पर सवाल उठा दिए थे.

अजय भटट् ने कहा कि चुनाव से ठीक पहले प्रदेश की कांग्रेस सरकार की ओर से खतरनाक अपराधियों को पैरोल पर रिहा करने और मुख्य मंत्री की ओर से अब चुनाव आचार सहिंता के लागू रहने के दौरान भी लिए जा रहे निर्णयों की प्रदेश् में भाजपा सरकार के आने पर समीक्षा की जायेगी।

भाजपा प्रदेश कार्यालय पर पत्रकारों से वार्ता के दौरान भाजपा प्रदेश् अध्यक्ष अजय भटट् ने कहा कि चुनाव के दौरान प्रदेश की   कांग्रेस सरकार ने सजायाफ्ता व् खतरनाक किस्म के अपराधियों को पैरोल पर जिस तरीके से छोड़ा था उससे कांग्रेस की नीयत, पहले ही दिन से सवालों के घेरे में थी। कांग्रेस नेता इन अपराधियों का उपयोग अपने राजनीतिक लाभ के लिए करना चाहते थे जिससे भय के वातावरण में कांग्रेस विरोधी कांग्रेस का विरोध न कर सकें।दूसरी ओर कांग्रेस के कार्यकर्ता मनमानी कर सकें। भयमुक्त व निष्पक्ष चुनाव के लिए भाजपा ने इस बारे में चुनाव आयोग से भी शिकायत की थी।

भट्ट ने कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है और प्रदेश् में भाजपा सरकार बनने के बाद इस पूरे मामले की समीक्षा की जायेगी व उन अफसरों को चिन्हित किया जायेगा जो इस पूरी प्रक्रिया में शामिल थे।मुख्य मंत्री की और से सचिवालय में बैठ कर फाइलें निपटाने पर उन्होंने कहा कि प्राप्त जानकारी  के अनुसार मुख्य मंत्री  शराब व् खनन से जुड़े कई मामलो ,जिनमें गड़बड़ है , की फाईलें ठीक कर रहे है। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले 100 से अधिक खनन पट्टे व शराब के लाइसेन्स दिए गए थे । इसी प्रकार चार स्थानों पर शराब के बॉटलिंग प्लांट लगाने के लाइसेन्स देने में जो गड़बड़ की गई उसको भी दुरुस्त करने की कोशिश हो रही है। देवप्रयाग में तो मिनरल वाटर प्लांट की आड़ में शराब बोटलिंग प्लांट का लाइसेन्स दे दिया गया।

उन्होंने कहा कि ये सभी बहुत गम्भीर मामले हैं और नई सरकार इनकी भी समीक्षा करेगी। भटट् ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि प्रदेश् में मतदान में कुछ कमी से भाजपा पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ेगा। क्योंकि भाजपा का मतदाता उत्साह के साथ वोट डालने निकला किन्तु कांग्रेस के समर्थकों में निराशा थी। वैसे लोगों को अधिकाधिक मतदान करना चाहिए।
  

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