हरीश रावत : दूसरों को नसीहत,खुद मियाँ फजीयत

Publsihed: 28.Feb.2017, 13:07

देहरादून। दूसरों को नसीहत देने से पहले उत्तराख्नद के मुख्यमंत्री को पहले चुनाव आयोग की आचार सहिंता पढ़ लेनी चाहिए | चुनाव आयोग ने यह सन्देश हरीश रावत को भेज दिया है | उत्तराखंड में चुनाव निपट जाने के बाद हरीश रावत ने सचिवालय जा कर युद्ध स्टार पर फाईलें ठीक करना शरू कर दिया था,जिस पर भाजपा ने आपत्ति जताई तो हरीश रावत ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस कर के भाजपा को नसीहत दी थी कि वह संविधान पढ़ें , अब चुनाव आयोग ने उन्हें कहा है वह खुद पहले आचार सहिंता पढ़ें |

भाजपा ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की थी कि मुख्यमंत्री शराब बॉटलिंग प्लांट और बारों से जुड़ी फाइलें दुरुस्त करने में लगे हैं। उन्होंने सीएम के सचिवालय में बैठकें करने और विभागीय फाइलें देखने पर रोक की मांग की थी। इस मामले में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा की आपत्ति पर कहा था कि सरकार कभी भी शून्य नहीं होती और भाजपा संविधान का अध्ययन करें।

उन्होंने कटाक्ष भी किया था कि भाजपा के पांच पूर्व सीएम हैं, उनसे ही इस बारे में जानकारी ले लें। हालांकि, भाजपा की शिकायत के बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी की ओर से इस मामले में भारत निर्वाचन आयोग से दिशा निर्देश मांगे गए थे।  भारत निर्वाचन आयोग ने इस मामले में 25 फरवरी को मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय को निर्देश दिए कि राज्य में 15 मार्च तक आचार संहिता प्रभावी है और इसका पालन सुनिश्चित किया जाए।  भारत निर्वाचन आयोग से दिशा निर्देशों के बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने दोबारा निर्देश जारी किया है कि सभी राजनीतिक दल आचार संहिता का पालन करें।

 

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