सोनिया गांधी की अनुपस्थिति में कांग्रेस कार्यसमित ने सर्वसमिति से से राहुल गांधी को पार्टी का अध्यक्ष बनाए जाने सिफारिश की है. कांग्रेस में जब भी परिवार के किसी सदस्य के बारे में निर्णय लिया जाता है, परिवार का मुख्य सदस्य कार्यसमिति से गैर हाजिर हो जाता है. आज सोनिया गांधी बैठक में नहीं थी, इस का मतलब है कि अब सोनिया गांधी की तरफ से सिर्फ ऐलान किया जाना है.
जब सीता राम केसरी को हटा कर सोनिया गांधी को कांग्रेस अध्य्क्ष बनाया गया था, तब भी ऐसे ही सीता राम अपने कमरे में बैठे रह गए थे और सोनिया गांधी को अध्यक्ष बनाने का सर्वसम्मत फैसला ले लिया गया था और सोनिया गांधी ने कुछ मिनट बाद ही बैठक की अध्यक्षता शुरु कर दी थी.कल फिर कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक होगी. जिस में संगठनात्मक चुनाव टालने का निर्णय होगा. सोनिया गांधी ही संगठनात्मक चुनावो तक राहुल गांधी को कार्य्कारी अध्यक्ष बना सकती है.
बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी ने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति का मानना है कि राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष पद का कार्यभार संभालना चाहिए.साथ ही कांग्रेस को मोदी सरकार की तानाशाही शासन के खिलाफ सभी राजनीतिक ताकतों को एकजुट करना चाहिए.
गौरतलब है कि सोनिया गांधी के अस्वस्थ होने के चलते कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को कांग्रेस कार्य समिति की महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की जिसमें पार्टी के संगठनात्मक चुनाव के बारे में फैसला किया गया.
ऐसा पहली बार है कि राहुल गांधी ने समिति की बैठक की अध्यक्षता की है जिसमें कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने हिस्सा लिया। 46 वर्षीय राहुल को जनवरी 2013 में जयपुर के ‘चिंतन शिविर’ में उपाध्यक्ष चुना गया था।
बैठक में वरिष्ठ पार्टी नेता मनमोहन सिंह, पी चिदम्बरम, गुलाम नबी आजाद, जनार्दन द्विवेदी, अहमद पटेल, अम्बिका सोनी और ए के एंटनी समेत कई अन्य नेताओं ने भाग लिया। 16 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र से पूर्व समिति की बैठक होना महत्वपूर्ण माना जा रहा है। संसद सत्र में कांग्रेस विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की योजना बना रही है.
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