चाचा भतीजे में विवाद खत्म करने के लिए मुलायम सिंघ ने जहाँ चाचा को प्रदेश सपा का अध्यक्ष बने रहने दिया वहाँ चाचा शिवपाल को सारे विभाग भी दिला दिए, लेकिन चुनाव में टिकट बांटने के अधिकार सम्बधी अखिलेश की मांग के आगे झुकते हुए अखिलेश को संसदीय बोर्ड का चेयरमैंन बना दिया है. वहीं पता चला है कि अखिलेश ने चाचा शिवपाल से पीडब्ल्यूडी विभाग छीन लिया है।जबकि चिकित्सा और आयुष मंत्रालय चाचा शिवपाल यादव को दिया है। विवाद बढ़ने के साथ अखिलेश ने पीडब्ल्यूडी समेत तीन अहम मंत्रालय शिवपाल से वापस ले लिए थे।
इस से पहले आज सुबह प्रदेश के सीएम अखिलेश यादव के समर्थक प्रदर्शन के लिए उतरे और प्रदेश अध्यक्ष पद पर अखिलेश की वापसी की मांग करने लगे। समर्थन में सभी संगठन प्रमुखों ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया। इस पर मुलायम सिंह ने अखिलेश के समर्थकों को तगड़ी फटकार लगाई है। जी हां उन्होंने ये भी कहा कि क्या शिवपाल ने पार्टी के लिए कम मेहनत की है? उन्होंने ने पार्टी के लिए बहुत दर्द सहा है।
यहां तक की मुलायम सिंह ने शिवपाल यादव से विभाग छीने जाने की ओर इशारा करते हुए भी कहा कि आखिर शिवपाल से विभाग क्यों लिए गए? वे बोले कि पार्टी में लोकतंत्र है, इसलिए यहां पर अपने मन से कोई काम नहीं होगा। जिसके बाद उन्होंने भाजपा की तरफ से चुनाव को लेकर किए जा रहे प्रयासों की बात कही। वहीँ भाजपा के लोग बूथ मजबूत कर रहे हैं और हम लोग आपस में ही लड़ रहे हैं। नेताजी ने सभी को नसीहत दी और कहा कि अगर पार्टी में कोई भी बात होती है तो मुझसे आकर कहें। गुस्से में कार्यकर्ताओं को जमकर फटकारते हुए मुलायम सिंह बोले- आप लोग बस ये बता दीजिये कि इनमे से कितनों ने बूथ गठित किया है, जरा बताओ मुझे भी बता दो। यहां पर सिर्फ तमाशा करने के लिए आए हो क्या?
अपना गुस्सा दिखाते हुए मुलायम सिंह ने कहा कि अखिलेश-शिवपाल में कोई झगड़ा है तो उसे सुलझा लेना चाहिए था। मैंने समाजवादी पार्टी को अपने खून से सींचा है और इस तरह से ये तमाशे मैं नहीं होने दूंगा।
आपकी प्रतिक्रिया