भारत का लोहा माना दुनिया ने : मोदी

Publsihed: 02.Oct.2016, 16:54

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यहाँ पीओके में किए गए सर्जिकल स्ट्राईक का जिक्र किए बिना कहा कि भारत को सारी दुनिया का समर्थन मिलने की वजह मानवता आधारित भारत का इंस्पिरेशन रहा. जिसके आधार पर भारत को विश्व ने स्वीकार किया है.उन्होने कहा कि भारत सरकार के वर्तमान व्यवहार के कारण यह कल्पना लोगों के हृदय में उतर गई है कि यह देश कभी जमीन का भूखा नहीं रहा है, जमीन के लिए कभी किसी और पर आक्रमण नहीं किया है.

रविवार को प्रवासी भारतीय केंद्र का उद्घाटन करते हुए मोदी ने कहा कि किसी और के लिए हमारे डेढ़ लाख से अधिक जवान प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध में शहीद हो गए . लेकिन हम भारतीय विश्व को इसका अहसास नहीं करा सके, आज मैं कहीं जाता हूं और वहां इससे जुड़ा कोई भी छोटा से छोटा स्मारक बना है तो वहां जरूर जाता हूं. उन्होने कहा कि मानवता से लेकर सामर्थ्य तक विश्व को इसका अहसास कराते रहना जरूरी है.  इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि मुझे पता है कि कैसे ब्रेन ड्रेन को ब्रेन गेन में बदलना चाहिए. इसके साथ ही उन्‍होंने एक बात और कही कि हमारे पास दुनिया को देने को बहुत कुछ है।

 

प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीय केंद्र के उद्घाटन पर कहा कि दुनिया के 150 देशों में प्रवासी भारतीय रहते हैं। कई देश ऐसे हैं जहां मिशन की शक्ति से कई गुनी शक्ति प्रवासी भारतीयों की हैं। पीएम मोदी ने कहा है कि दुनिया में भारत की पहचान अप्रवासी हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया में भारतीयों को लेकर जिज्ञासा बढ़ी है। मोदी ने कहा कि हमें सिर्फ संख्या के आधार पर नहीं, बल्कि शक्ति के तौर पर देखना चाहिए।

गांधी जयंती के मौके पर हैं प्रवासी भारतीय केन्द्र का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि गांधी भारत से बाहर गए थे, लेकिन देश की पुकार की वजह से वह भारत लौट आए। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रवासी भारतीय दिवस की शुरुआत की थी और हम आज इसे आगे बढ़ा रहे हैं।

ऐसे समय, फीयर ऑफ अननोन एक बहुत बड़ी बाधा होती है। ये फीयर ऑफ अननोन को मिटाने की किसी में ताकत है तो वो हैं विश्वभर में फैले भारतीय। हमारे लिए आवश्यक है कि हम फैले हुए इस समुदाय से जुड़े। प्रवासी भारतीय दिवस की शुरुआत से प्रवासी भारतीय यह अनुभूति करने लगे कि हम कहीं भी रहें हमारा ख्याल करने वाला कोई है। भारत ने अपनी साख बनाई है। एक प्रतिष्ठा अर्जित की है। दुनिया के किसी देश में अगर कहीं कोई फंसे हुए हैं तो दुनिया के अन्य देश अब हमें संपर्क कर रहे हैं। नेपाल में भूकंप आया, उसके बाद हम भारतीय भाइयों की चिंता कर सकते थे, लेकिन हमने मानवता के आधार पर जिस-जिस की मदद कर सकते थे उनकी मदद की।

बहुत बड़ी भूमिका दुनियाभर में फैला भारतीय समुदाय निभा कर सकता है। वह दुनिया के विभिन्न देशों में जाकर राजनीति नहीं कर रहा और न ही सत्ता हथियाने की कोशिश करता है। भारतीय समुदाय से विश्व के किसी देश को दिक्कत नहीं होती। वह वहां के समाज में योगदान देता है। पानी की तरह हमारे देश के लोग घुल मिल जाते हैं पर्यटन के लिए भारत में अपार संभावना है। मानव विकास की महान विरासत देखनी है तो भारत आएं। हम लोगों को आर्किटेक्ट से लेकर यहां की पांच हजार साल पुरानी चीजें दिखाएंगे।

 

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