प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज म्यांमार में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि वह देश हित में बड़े से बड़ा फैसला लेने से नहीं डरते | उन्होंने कहा कि आज भारत को दुनिया में आज सम्मान की दृष्टी से देखा जा रहा है तो इस की वजह दुनिया भर में रहने वाले भारतीय हैं | उन्होंने कहा कि हम साम्प्रदायिकता मुक्त, आतंकवाद मुक्त, गरीबी मुक्त इंडिया बना कर रहेंगे |
उन्होंने कहा कि 19वीं सदी के डिजाईन पर 21वीं सदी नहीं बन सकती | उन्होंने कहा कि दुनिया का सब से बड़ा सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट चल रहा है | उन्होंने कहा कि इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ साथ एग्रीकल्चर का भी आधुनिकीकरण किया जा रहा है | मधुमखी और मछली पालन के नए प्रयोग कर रहे हैं | उन्होंने कहा कि देश के हित में बड़े और कड़े फैसले लेने में ज़रा भी घबराते नहीं | जीएसटी, नोटबंदी और सर्जिकल स्ट्राईक के फैसले बिना डर और संकोच के लिए गए | उन्होंने कहा कि मुठ्ठी भर भ्रष्टाचार का खामियाजा सारा देश भुक्त रहा था | नोट बंदी के बाद पता चला कि जिन के पास करोड़ों रूपए हैं , उन्होंने कभी आयकर नहीं दिया था |
इस से पहले अपने भाषण की शुरुआत करते हुए मोदी ने भारतीय समुदाय को गणेश चतुर्थी और ईद की शुभकामनाएं दी | मिनी इंडिया के दर्शन कर रहा हूँ | एक ही जगह गंगा, यमुना, गोदावरी , ब्रह्मपुत्र के दर्शन हो रहा है | म्यांमार को ब्रह्म देश अथवा ब्रह्मा की धरती भी कहा जाता है | यंहा के बोद्ध भिक्शुयों ने भारत के साथ धर्म, भाषा शिक्षा के सम्बन्धों को निभाया है | भारत के देवी देवताओं को म्यांमार में भी पूजा जाया है | म्यांमार का जिक्र किए बिना भारत की आज़ादी का जिक्र अधूरा है | इसी धरती से सुभाष चन्द्र बोस ने आजादा का नारा दिया था - " आप मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा |" यहीं पर तिलक ने गीता की रचना की थी | स्वतंत्रता संग्राम के समय घर छोड़ने को मजबूर देशभक्तों को यहीं पर स्थान मिला | बहादुर शाह जफ़र को भी दो गज जमीन यहीं पर मिली | म्यांमार में रहने वाले भारतीयों को मोदी ने राष्ट्रदूत बताया |
आपकी प्रतिक्रिया