ये कैसे मुसलमान हैं जो रमज़ान के महीने में कत्लेआम कर रहे हैं

Publsihed: 02.Jul.2016, 15:00

पहले यह ब्यान जम्मू कश्मीर की मुख्य मंत्री महबूबा मुफ़्ती का आया था और अब बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना का आया है। भारत , पाकिस्तान और बांग्लादेश में एसी स्पष्ट बात कहने वालों की कमी के कारण मुस्लिम कठमुल्ले नफरत का माहौल बनाते रहे हैं। इन तीनों देशों में मुसलमानों का राजनीतिक नेतृत्व उभर आए और गैर इस्लामिक आतंकवाद का खुल कर विरोध करें तो मुस्लिम युवायों को गुमराह होने से बचाया जा सकता है।
लेकिन अफसोस यह है की जैसे ही महबूबा मुफ़्ती ने कहा की रमजान के महीने में कत्ल ओ गारत करने वाला सच्चा मुसलमान नहीं हो सकता, उमर अब्दुल्लाह का बयान आ गया की महबूबा मुफ़्ती ने मुसलमानों को आतंकवादी कहा है। इस मुद्दे पर बृहस्पतिवार को ईटीवी पर मेरा इंटरव्यू हुया था, जिसमें मैंने कहा था कि उमर के मुख्यमंत्री काल में महबूबा मुसलमानों को भड़काने वाली भाषा बोलती थीं और महबूबा के शासन काल में अब्दुल्लाह मुसलमानों को भड़काने वाली भाषा बोल रहे हैं। यही वजह है की मुसलमानों का राजनीतिक नेतृत्व उभर नहीं पा रहा। यह स्थिति समूचे उपमहाद्वीप की है।

महबूबा मुफ़्ती का ताज़ा बयान जम्मू कश्मीर में रमज़ान के महीने में हुयी आतंकवाद की वारदात के बाद आया है, और शेख हसीना का ताज़ा बयान ढाका में हुयी आतंकवाद की ताज़ा वारदात के बाद आया है। आतंकवादियों ने 18 लोगों को बंधक बना लिया था। पुलिस का कहना है कि इस हमले में 6 आतंकियों को मारा गया है। जबकि एक भारतीय समेत 18 बंधकों को भी सफलतापूर्वक छुड़ा लिया गया ।11 घंटे तक लगातार चले इस ओपरेशन में 30 सुरक्षाबल भी जख्मी हुए। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। वहीँ पूरे ढ़ाका में रेड अलर्ट लगाया गया है और बांग्लादेश में सभी दफ़्तर बंद करने को कहा गया है।
हमले के बाद पहली बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इस हमले की कड़ी शब्दों में निंदा की है। हसीना ने कहा कि ''यह कैसे इंसान हैं जो रमज़ान के दौरान दूसरे इंसानों को मार रहे हैं। हमला करने वाले धर्म के दुश्मन हैं, ऐसे लोगों का धर्म सिर्फ हिंसा है। उन्होंने सवाल किया कि ''रमजान में कौन मुसलमान हत्या करेगा ? इस दौरान उन्होंने इस ओपरेशन में पुलिस और सुरक्षाबलों की भी जमकर तारीफ की। हसीना ने अपील की कि लोग कट्टर सोच का विरोध करें, हम ऐसी और घटनाएं नहीं होने देंगे ।

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