अयोध्या| भारतीय जनता पार्टी के लिए रामजन्म भूमि एक अहम मुद्दा रहा है| अब भाजपा के सत्ता पर काबिज होते ही राम मंदिर निर्माण की मांग तेजी से उठने लगी है| सुप्रीम कोर्ट ने इस प्रकरण पर आपसी सहमति के लिए कहा है| इस फैसले को मानते हुए मंगलवार को कार्यवाहक विधानसभा अध्यक्ष फ़तेह बहादुर सिंह ने अयोध्या में रामजन्म भूमि के न्यास महंत नृत्यगोपाल दास से मुलाक़ात कर मंदिर के मुद्दे पर चर्चा की|
फ़तेह बहादुर ने याद दिलाया कि उनके पिता पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह के कार्यकाल में ही मंदिर का ताला खोला गया था, जिसकी वजह से उनके पिता को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया था| उन्होंने कहा कि मंदिर बनना ही मेरे पिता के लिए सच्ची श्रधांजलि होगी| कोर्ट के फैसले पर भी उन्होंने कहा कि सरकार मंदिर निर्माण के लिए आपसी सहमति का पूरा प्रयास करेगी| महंत नृत्यगोपाल दास ने भी कोर्ट के इस फैसले को सर्वोत्तम बताया |
विधानसभा अध्यक्ष ने इससे पहले रामजन्म भूमि , कनक भवन , हनुमानगढ़ी में पूजन किया ओर पुजारियों से मुलाक़ात भी की| अब सवाल ये उठता है कि क्या आपसी सहमति से मंदिर निर्माण हो पायेगा?
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