नगरोटा में आतंकी हमले का अलर्ट पहले से जारी था

Publsihed: 29.Nov.2016, 21:59

जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में आज हुए आतंकी हमले को लेकर पहले ही अलर्ट दिया जा चुका था. सुरक्षा एजेंसियों ने 29 और 30 नवंबर को आतंकी हमला होने की आशंका को लेकर अलर्ट जारी किया था. यह मामले में सुरक्षा में चूक होने की बात भी कही जा रही है. जम्मू के नगरोटा स्थित सैनिक ठिकाने पर हुए मंगलवार को आतंकवादी हमले में सेना के दो अधिकारियो सहित 7 जवान शहीद और तीन घायल हो गए हैं. 

आतंकवादियों ने आज नगरोटा और सांबा दो जगहों पर हमले किए थे. सेना की कार्रवाई में दोनों जगहों पर तीन-तीन आतंकवादी मारे गए हैं. नगरोटा में आतंकवादियों के हमले से बंधक जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी. जिन्हे बाद में मुक्त करवा लिया गया. नगरोटा में मुठभेड के दौरान ही रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने सेनाध्यक्ष से बात कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नगरोटा हमले की जानकारी दी . सूत्रो के अनुसार अब रक्षा मंत्रालय सुरक्षा में चूक को लेकर जांच करा सकता है. 

चमलियान में भी आतंकी हमला 

मारे गए आतंकियों के पास से 3 एके 47, 20 एके मैगजीन, 16 पिस्टल, 31 ग्रेनड और कई अन्य हथियार बरामद हुए हैं. हमले के बाद सुरक्षा के मद्देनजर नगरोटा के आस-पास के सभी स्कूलों को बंद करा दिया गया था, तो वहीं आतंकी हमले की गंभीरता को देखते हुए कटरा में वैष्णो देवी धाम और दूसरी धार्मिक जगहों पर अलर्ट जारी कर दिया गया था. सेना का कहना है कि कुछ और आतंकी अभी भी छिपे हुए हैं. हमले के बाद ऊधमपुर में भी हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. वहीं, सांबा के चमलियान में भी आतंकियों ने घुसपैठ की कोशिश की थी, जिसे बीएसएफ ने नाकाम कर दिया. दोनों ही ओर से फायरिंग की गई.

सेना के उत्तरी कमान ने बयान जारी कर कहा कि आतंकी आज सुबह करीब 5.30 पर  संतरियों पर गोलीबारी और ग्रेनेड फेंकते हुए अधिकारी मेस की तरफ बढ़े. सेना ने अपने बयान में कहा कि आतंकी दो भवनों में दाखिल हो गए. इन भवनों में सेना के अधिकारी, उनके परिवार और अन्य लोग रहते हैं. सेना के अनुसार यहां पर बंधक बनाने जैसे हालात बन गए थे. सेना ने कहा कि नगरोटा सैन्य शिविर में बंधक जैसी स्थिति थी, लेकिन वहां बंधक सभी 12 सैनिकों, दो महिलाओं और दो बच्चों को सफलतापूर्वक मुक्त करा लिया गया. बंधक बनाए गए जवानों को नुकसान नहीं पहुंचा है.

सेना के उत्तरी कमान ने बयान जारी कर कहा कि आतंकी सुबह करीब 5.30 पर संतरियों पर गोलीबारी और ग्रेनेड फेंकते हुए अधिकारी मेस की तरफ बढ़े. सेना ने अपने बयान में कहा कि आतंकी दो भवनों में दाखिल हो गए। इन भवनों में सेना के अधिकारी, उनके परिवार और अन्य लोग रहते हैं. सेना के अनुसार यहां पर बंधक बनाने जैसे हालात बन गए थे.  

आपकी प्रतिक्रिया