खुद को अम्बेडकर बताने वाला जस्टिस कर्णंन अंडरग्राउंड हो गया

Publsihed: 11.May.2017, 23:02

कोलकाता। कोलकाता हाईकोर्ट के जस्टिस कर्णन को लेकर रोजाना नए मामले सामने आ रहे हैं। कोलकाता पुलिस का कहना है कि जस्टिस कर्णन देश छोड़ कर फरार हो चुके हैं। हालांकि इस की कहीं से कोई पुष्टि नहीं हुई है,सुप्रीमकोर्ट ने जस्टिस कर्णंन की गिरफ्तारी का आदेश दिया है। यह आदेश कोलकात्ता पहुँचने से पहले जस्टिस कर्णन चेन्नई चले गए और वहा सरकारी गेस्ट हॉउस में रुके, लेकिन जब उन्हें सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पता चला तो बिना गेस्ट हाउस का बिल अदा किए सीमा पार कर आंध्र प्रदेश चले गए और वहा से गायब हो गए | दो राज्यों की पुलिस उन्हें ढूंढ रही है | 

जस्टिस कर्णन के करीबी पीटर रमेश ने पुलिस से कहा कि वे गिरफ्तारी से बचने के लिए देश की सीमा को पार कर चुके हैं। पीटर रमेश ने यह भी कहा कि जस्टिस कर्णन तभी देश वापस आएंगे जब राष्ट्रपति उन्हें देश बुलाएंगे।

सुप्रीम कोर्ट से विवाद के बाद कोर्ट ने 9 मई को जस्टिस कर्णन को 6 महीने के न्यायिक हिरासत की सजा सुनाई। पीटर रमेश ने कहा कि हो सकता है कि जस्टिस कर्णन फिलहाल नेपाल या फिर बांग्लादेश में छिप गए हों। हालांकि वे कहां हैं और उनका कौन साथ दे रहा है इसको लेकर पुलिस के पास फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबित जस्टिस कर्णन 10 मई को चेन्नई के पास कलाहस्ती नाम के शहर में पूजा के लिए गये थे।

पीटर रमेश ने पुलिस को बताया कि जस्टिस कर्णन तब तक सरेंडर नहीं करेंगे जब तक उन्हें उनके मुताबिक इंसाफ नहीं मिलता है। इसके लिए उन्हों राष्ट्रपति से मुलाकात की मांग की है। बता दें 10 मई जानकारी मिलने के बाद कोलकाता पुलिस जस्टिस कर्णन को गिरफ्तार करने के लिए कलाहस्ती भी पहुंची थी लेकिन वे वहां मौजूद नहीं थे। भारतीय न्यायिक इतिहास में यह पहली दफा है जब किसी जस्टिस के खिलाफ पद पर रहते हुए गिरफ्तारी के आदेश दिए गए हो।

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