अनंतनाग में आतंकी हमले में 6 पुलिसकर्मियों की हत्या

Publsihed: 16.Jun.2017, 19:31

श्रीनगर | अनंतनाग में आतंकियों द्वारा घात लगाकर किये गये हमले में जम्मू-कश्मीर पुलिस के छह पुलिसकर्मी शहीद हो गए | आतंकियों ने ये बड़ा हमला दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के अच्छाबल में किया |  पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी से वापस शाम सात बजे सुमो में लौट रहे थे तब घात लगाकर बैठे आतंकियों ने पुलिस पेट्रोल टीम पर हमला बोला और अंधाधुंध फायरिंग कर 6 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी | 

चेहरों को क्षत-विक्षत किया 

आतंकवादियों ने दो पुलिसकर्मियों के चेहरों को कष्ट-विक्षत भी  किया | पुलिसकर्मियों की हत्या करने के बाद आतंकी उनके हथियार भी लेकर चले गए | मरने वालों में अच्छाबल के एसएचओ फिरोज अहमद डार भी शामिल थे | डार के अलावा मरने वालो में कांस्टेबल शारीक अहमद, तस्वीर अहमद, शराज अहमद, मोहम्मद आसिफ, सब्जार अहमद भी शामिल हैं |

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जुनैद की मौत का बदला 

अपुष्ट खबरों के मुताबिक कहा यह जा रहा है कि यह हमला लश्कर के आतंकियों ने अपने कुलगाम के डिस्ट्रिक कमांडर जुनैद मट्टू की मौत का बदला लेने के लिए किया था | लश्कर के इस आतंकी को सुरक्षाबलों ने कुलगाम के अरवानी में ही ढेर कर दिया है |

लश्कर ने ली हमले की जिम्मेदारी 

लश्कर ने कश्मीर में एक स्थानीय न्यूज एजेंसी को बयान जारी इस हमले की जिम्मेदारी ली है | बताया जाता है कि इस हमले में लश्कर के करीब 15 आतंकी शामिल थे जिन्होंने इसे अंजाम दिया है | आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में पुलिस को आतंकी लगातार निशाना बना रहे हैं | गुरुवार को भी आतंकियों ने पुलिस पर दो अलग-अलग जगहों पर हमले किए थे जिसमें पुलिस के दो जवान शहीद हो गए थे |

गुरुवार शाम आतंकवादियों ने श्रीनगर के हैदरपोरा में पुलिस गश्ती दल पर भी हमला किया था और गुरुवार को ही कुलगाम में भी आतंकियों ने पुलिस दल पर हमला किया था | 

आतंकियों ने पुलिस को सचेत किया था  

इससे पहले आतंकी कई बार जम्मू कश्मीर पुलिस के जवानों को धमकी दे चुके हैं कि वो सुरक्षाबलों के आतंक विरोधी अभियान से दूर रहें | इसकी वजह होती है कि पुलिस के जवान स्थानीय होते हैं और उन्हें आतंकियों के हर मूवमेंट की जानकारी आसानी से मिल जाती है जो सुरक्षाबलों की कार्रवाई में काफी मददगार साबित होते हैं | वैसे हर बार अपनी जान दांव पर लगाकर पुलिस के जवान आतंक के खिलाफ कार्रवाई में आगे रहते हैं और अब तक पुलिस के हजारों जवान अपनी कुर्बानी दे चुके हैं |

जगह जगह आतंकवादियों के समर्थकों से भिडंत 

जिस समय आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ चल रही थी उसी समय आतंकवादियों की समर्थक भीड़ ने आतंकवादियों की मदद करने के लिए पुलिस का घेरा तोड़ने की कोशीश की , जिस पर पुलिस ने फायरिंग की, जिस में एक किशोर सहित दो की मौत हो गई | इस घटना के बाद अनेक स्थानों पर प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बालों में कई जगह मुठभेड़ हुई | श्रीनगर,तराल,पाम्पोर , पुलवामा और अनंतनाग ,बांदीपोरा और सोपोर में मुठभेड़ें हुई | 
 

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