पाक ने सिमी को सौंपी बदले की जिम्मेदारी

Publsihed: 06.Oct.2016, 12:40

पाक अधिकृत कश्मीर में किये गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद देशभर में अलर्ट जारी किया गया है.सूत्रो के मुताबिक पाकिस्तान के आतंकवादियो ने भारत में अपने स्लिपिंग सेल सक्रिय कर दिए हैं और उन्हे बदला लेने के निर्देश दिए गए हैं. सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक 80 सिमी (स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया) के आतंकी किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकतें हैं. सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गईं हैं और उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा , पंजाब, गुजरात सहित सहित आठ राज्य की पुलिस हाई अलर्ट पर है।

सर्वाधिक खतरा उत्तर प्रदेश से गायब सिमी के 80 आतंकियों से है, फिलहाल सिमी के 80 सदस्यों के साथ साथ पाकिस्तान से लापता 400 लोगों ने भी मुश्किलें बढ़ा दीं. हालांकि सुरक्षा एजेंसिया अपनी पैनी निगाह बनाये हुए हैं। वहीं पुलिस में सुरक्षा के चाक-चौबंध व्यवस्था कर रही है. केन्द्र से मिले अलर्ट के बाद खुफिया एजेंसियो की नजर सिमी के इन्हीं लापता आतंकियों पर है, जो संगठन के बैन होने के बाद से ना तो पकड़े ही गए और ना ही किसी वारदात में उनका नाम सामने आया. इस अलर्ट के बाद यूपी के अंदर बैठे इन आतंकियों के मददगारों पर पुलिस ने निगाह गढ़ा दी है.

कश्मीर में बदले की कार्रवाई का मोर्चा खुद पाकिस्तानी आतंकी सम्भाले हुए हैं. आज हंदवारा और चार दिन पहले बारामूला में बीएसएफ के राष्ट्रीय राइफल्स के हेडक्वार्टर पर हुआ हमला इसी बदले की कोशिश थी. लिहाजा अब देश की तमाम सुरक्षा एजेंसियां भी हाई अलर्ट पर हैं. आईबी ने साफ तौर पर कहा है कि सिमी के जो आतंकी बीते कई सालों से अंडरग्राउंड हैं, जिनके बारे में यूपी पुलिस और उसकी इंटेलीजेंस को कोई सुराग तक नहीं है वो अब नया खतरा बन गए हैं। लिहाजा उनकी तलाश तेज की जाए.  2002 में प्रतिबंध लगने के बाद सिमी ने अपना नाम इंडियन मुजाहिदीन रख लिया है। जिसने 2005 तक देश में लगातार विस्फोट कराये और उसके बाद अब उसके तमाम लोग स्लीपिंग सेल्स की तरह काम कर रहे हैं। जिसकी बानगी दो वर्ष पहले बिजनौर में एक घर के अंदर विस्फोट के बाद सामने आई थी।

वहीं सुरक्षा एजेंसियों की निगाह में वो लोग भी शामिल हैं जो पाकिस्तान से दस वर्ष पहले क्रिकेट मैच देखने के नाम पर वीजा लेकर भारत आये थे। यह लोग भारत आये तो लेकिन वापस नहीं गए। इनकी संख्या करीब 400 के करीब है। रिकॉर्ड दर्शाते हैं कि पासपोर्ट लेकर आये पाकिस्तानियों से देश को खतरा कम ही रहा है। हमेशा वारदातों में वही आतंकी पकड़े गए जिन्होंने नेपाल या बंग्लादेश के जरिए फर्जी पासपोर्ट बना कर घुसपैठ की थी।

 

 

 

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