यादवो का दूसरा महायुद्ध फिर शुरु

Publsihed: 19.Oct.2016, 17:18

लखनऊ। अल्प युद्धविराम के बाद मुलायम परिवार में महायुद्ध के दूसरे दौर की शुरुआत हो गई है. मुलायम यादव ने हालांकि अपने मुख्यमंत्री बेटे अखिलेश को ही मख्यमंत्री प्रोजेक्ट कर के चुनाव मैदान में कूदने की शर्त मान ली थी, लेकिन अखिलेश को अपने चाचा शिवपाल यादव का प्रदेश सपा अध्यक्ष बनना अभी भी पच नहीं रहा. 

अखिलेश यादव ने मुलायम सिंह को चिट्ठी लिख कर तीन शर्त रख दी, लेकिन शिवपाल ने तीनो शर्ते अस्वीकार कर दी हैं , इस से भडक कर अखिलेश यादव ने 3 नवम्बर से पद यात्रा का एलान कर दिया है. मुलायम सिंह यादव को भेजे गए नोट में इसकी जानकारी देते हुए कहा गया है कि चुनाव की तैयारियों के लिए प्रचार अभियान और जनसंपर्क अभियान के तहत राज्य में 3 नवंबर से ‘समाजवादी विकास रथ यात्रा’ की शुरुआत होगी. 

जबकि मुलायम सिंह ने कहा था कि सारा प्रचार अभियान 5 नवम्बर के बाद शुरु होगा. मुलायम सिंह ने 5 नवम्बर को पार्टी के 25 साल पूरे होने पर सिल्वर जुबली रैली का आयोजन किया है.  

अखिलेश की युवा टीम

अखिलेश यादव तीन नयी शर्तें रखी है। वहीं अखिलेश यादव की इन शर्तों को नगर विकास मंत्री और चाचा शिवपाल यादव ने मानने से साफ से इनकार कर दिया है. जिसके बाद बुधवार को मुख्यमंत्री अखिलेश के समर्थक दोबारा जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट पसिर में इकट्ठा हुए और आगे की रणनीति पर चर्चा की. इस चर्चा के बाद अखिलेश की रथ यात्रा का एलान हुआ, जिसे विकास यात्रा का नाम दिया जाएगा.

अखिलेश यादव की तीन शर्ते

अखिलेश की पहली शर्त ये थी कि  जिन समर्थकों को पार्टी से बाहर किया गया है, उन्हें पार्टी में शामिल किया जाए. दूसरी शर्त थी कि टिकट का बटवारा मै खुद करूंगा. तीसरी और आखिरी शर्त ये थी कि चाचा शिवपाल के खास अमर सिंह की आगमी चुनाव में कोई भूमिका न हो. जिसके बाद शिवपाल यादव ने अखिलेश की तीनों शर्तें मानने से इनकार कर दिया .

आजम खान देंगे अखिलेश का साथ

बता दें कि सपा के वरिष्ठ और जाने माने नेता आजम खान अब खुलकर अखिलेश यादव को सपोर्ट करेंगे। जिसके बाद उन्होंने नेता जी पर निशाना साधते हुए खा कि ‘मुलायम सिंह यादव तो अच्छे मुख्यमंत्री थे ही उनसे बेहतर मुख्यमंत्री हैं अखिलेश यादव’। उन्होंने ये भी कहा कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव को ही पार्टी के मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाकर चुनाव लड़ा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो सपा को इसके नुकसान उठाना पड़ सकता है।

परिवार में मनमुटाव की खबरें लगातार आ रही थीं

इससे पहले मुलायम सिंह यादव के परिवार में गतिरोध की खबरें लगातार सामने आ रही थीं. अखिलेश यादव ने इस बीच ऐलान करते हुए कहा था कि कोई साथ आए न आए वे चुनाव प्रचार की शुरुआत खुद करेंगे. इसके बाद मुलायम सिंह यादव की ओर से ऐलान किया गया कि सीएम कैंडिडेट का ऐलान चुनाव के बाद होगा. हालांकि, बाद में मुलायम सिंह ने ऐलान किया कि अखिलेश यादव ही समाजवादी पार्टी के सीएम फेस होंगे और परिवार में किसी तरह का मनमुटाव नहीं है.

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