मंदसौर | मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पत्नी साधना के साथ किसान आंदोलन के दौरान पुलिस गोलीबारी में मारे गये किसानों के परिजनों से मिलने एवं सांत्वना देने के लिए आज विशेष विमान से मंदसौर पहुंचे| चौहान सब से पहले बडवन गांव में गये जहां छह जून को किसान आंदोलन के दौरान पुलिस गोलीबारी में मारे गये किसान घनश्याम धाकड के परिजन से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी | इस दौरान मुख्यमंत्री ने धाकड़ के परिजन को एक करोड रुपये के मुआवजे का एक चेक दिया |
चौहान ने मंदसौर जिले के पिपलियामंडी में किसान आंदोलन के दौरान छह जून को मारे गये पांच किसानों के परिजनों को एक-एक करोड रुपये देने का वादा किया था | उन्होंने मृतकों के परिजनों को यह भी आश्वासन दिया कि इस गोलीकांड में जिस किसी ने भी उनके प्रियजनों की हत्या की है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी |
चौहान इस गोलीकांड में मारे गये अन्य किसानों के परिजनों से भेंट करने के लिए आज लोध, नयाखेडा, पिपलियामंडी, बरखेडा पंथ और बूढा गांव भी जाएंगे | एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री के इस दौरे के लिए व्यापक सुरक्षा के इंतजाम किये हैं और विभिन्न स्थानों पर पांच अस्थायी हेलीपैड बनाये गये हैं, ताकि वे बिना रोकटोक के मृतकों के परिजनों से मिल सकें |
इसी बीच, मंदसौर में पुलिस गोलीबारी में मारे गये किसानों के मामले में कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार से भोपाल में 72 घंटे के लिए टीटी नगर के दशहरा मैदान में दो बजे से सत्याग्रह पर बैठे हैं |
पीड़ित परिवार ने सीएम के सामने रखी इंसाफ की मांग
1. परिजनों का कहना है कि सरकार घनश्याम धाकड़ के 5 वर्षीय बेटे और 2 महीने की बेटी की पूरी जिम्मेदारी लें. सरकार पढ़ाई की जिम्मेदारी ले |
2. परिजनों ने मांग की है कि सरकार उन पुलिसवालों पर आपराधिक केस दर्ज करें जिन्होंने घनश्याम की पिटाई की |
3. गांववालों ने मांग की है कि गांव के जिन अन्य किसानों को जेल में बंद किया गया है उन्हें छुड़ाया जाए |
पुलिसिया गोलीबारी में मंदसौर में 6 किसानों की मौत हो गई थी, जिसके बाद आंदोलन ने हिंसात्मक रुप लिया था. शिवराज सिंह मृतक किसानों के परिवार से मिलेंगे | इससे पहले मंगलवार को पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मंदसौर गए थे, लेकिन उन्हें वहां गिरफ्तार कर लिया गया था |
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