जनता बदलाव चाहती है : धूमल

Publsihed: 30.Nov.2007, 16:38

हिमाचल, 27 नवंबर।  हिमाचल प्रदेश में चुनाव का अखाड़ा तैयार है और कमोबेश तीनों प्रमुख राजनीतिक दलों कांग्रेस, भाजपा और बसपा ने अपने-अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। नेतृत्व के मुद्दे पर लंबे समय बाद भाजपा ने चुप्पी तोड़ी है। शांता कुमार की जगह प्रेम कुमार धूमल को तरजीह देते हुए पार्टी ने उन्हें अगले मुख्यमंत्री के तौर पर पेश कर दिया है। नेता घोषित होने के बाद 'जनसत्ता' से एक विशेष बातचीत में धूमल ने कहा कि शांता कुमार उनके बड़े भाई हैं और पार्टी एकजुट होकर मैदान में उतरेगी। उन्होंने कहा कि जनता कांग्रेस से नाराज है और भाजपा पचास से भी ज्यादा सीटें जीतकर सत्ता में लौटेगी। पेश है बातचीत के खास हिस्से:

चुनाव में आप भाजपा का नेतृत्व करेंगे। जीत के लिए क्या योजना है आपकी?
तमाम कार्यकर्ताओं को साथ लेकर लोगों तक पहुंचूगा। जनता बदलाव चाहती है। विकास को नई दिशा देने और पारदर्शी प्रशासन के नारे के साथ पार्टी चुनाव में उतरेगी।

नेतृत्व का फैसला होने से पहले काफी कयास लग रहे थे। कहीं ऐसा तो नहीं कि शांता कुमार नाराज हो गए हैं?
यह सिर्फ अफवाहें हैँ। शांती जी मेरे बड़े भाई हैं और उनके मार्गदर्शन में ही हम चुनाव लड़ेंगे। प्रदेश के विकास और यहां भाजपा को मजबूत करने में उनकी बड़ी भूमिका रही है। हम सब एकजुट हैं और भाजपा सबके सहयोग से सरकार बनाएगी।

कांगड़ा में शांता कुमार के नहीं होने और बसपा की मौजूदगी में भाजपा के सामने किस तरह के खतरे हैं?
शांता जी कांगड़ा से बाहर कहा जा रहे हैं। वे पूरे जोर शोर से प्रचार में हमारे साथ होंगे। कांगड़ा में बसपा का कोई वजूद नहीं होगा। भाजपा यहां सभी सोलह सीटों पर जीत दर्ज करेगी।

हिमाचल प्रदेश के चुनावों में भ्रष्टाचार हमेशा एक बड़ा मुद्दा रहा है। कांग्रेस ने आपकी सरकार रहते काफी आरोप लगाए। आप भी आज कांग्रेस के कुशासन और भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाने की बातें करते हैं?
हमारे खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप हमें बदनाम करने के लिए गढ़े गए। अब तो अदालत तक में कांग्रेस के नेता इन आरोपों को दोहराने से मुकर गए। लोगों के सामने सच आ चुका है कि असली भ्रष्टाचारी कौन हैं।

भाजपा मे टिकटों की घोषणा के बाद काफी लोग नाराज हो गए हैं और बागी उम्मीदवार के तौर पर अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। इससे भाजपा की संभावनाओं पर कितना असर पड़ सकता है?
इक्का दुक्का लोग ही नाराज हैं। हर चुनाव में ऐसा सभी दलों में होता है। हम भी अपवाद नहीं हैं। वैसे जो किसी कारण नाराज हैं उन्हें हम मना लेंगे। हम उनसे अपील करेंगे कि वे संगठन में ही रहकर पार्टी को मजबूत करने की कोशिश करें।

इस चुनाव में आप पार्टी की कैसी संभावनाएं देखते हैं?
जनता का मूड साफ है। वे सत्तारूढ़ पार्टी को बदलने जा रहे हैं। सच यह है कि जून के हमीरपुर लोकसभा उपचुनाव में ही जनता ने अपना इरादा जता दिया था। हम पचास से भी ज्यादा सीटें जीतने जा रहे हैं।

अगर खंडित जनादेश आया तो क्या बसपा से मदद लेंगे?
इसका (खंडित जनादेश) सवाल ही नहीं। इस प्रदेश के लोग दो दलीय प्रणाली में भरोसा रखते हैं। हम जबरदस्त बहुमत हासिल करने जा रहे हैं।

भाजपा के सत्ता में आने पर मुख्यमंत्री के नाते आपकी क्या प्राथमिकताएं रहेंगी?

विकास को नई दिशा, भ्रष्टाचार का खात्मा, रोजगार के साधन उपलब्ध करना और पारदर्शी प्रशासन।

भाजपा आलाकमान के फैसले पर आप कुछ कहेंगे?
आलाकमान का आभारी हूं कि पार्टी के बड़े नेताओं ने मुझमें विश्वास जताया। लोगों के सहयोग से ही मैं आज यहां तक पहुंचा हूं। इस भरोसे को हमेशा बनाए रखूं, यही मेरी कोशिश रहेगी। 

साभार : जनसत्ता

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