नोटबंदी का विरोध आज संसद के गलियारों में ही सिमट कर रह गया. जनता का मूड देख कर रविवार को कांग्रेस ने खुद को भारत बंद से अलग किया था, जबकि सोमवार को भारत बंद का आह्वान करने वाली आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस भी भारत बंद को छोड कर आक्रोश रैली तक सीमित हो गए.वामपंथी तक भारत बंद से भाग गए. उन्होने ने भी सिर्फ प्रदर्शन किया.विपक्ष की पूरी तरह हवा निकालने के लिए मोद्दी ने आज लोकसभा में आना टा;ल दिया, क्योंकि अगर वह सदन में आते तो उसे दबाव में आना माना जाता. अब संकेत हैं कि मोदी कल सदन में आएंगे और बहस में हिस्सा भी लेंगे.
नोटबंदी के मुद्दे पर संसद के दोनों सदनों में विपक्षी दलों का हंगामा जारी रहा. सोमवार को लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने हंगामा और शोर-शराबा शुरू कर दिया.
शोरगुल के बीच जहाँ राज्यसभा में विपक्षी सांसदों ने विपक्ष के खिलाफ बीते दिनों दिए गए बयान पर पीएम से माफी की मांग की. वही लोकसभा में मल्लिकार्जुन खडगे ने स्थगन प्रस्ताव स्वीकार किए जाने की मांग उठाते हुए कहा कि मोदी सदन में आए और बहस में हिस्सा ले. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि किस नियम के तहत बहस हो, यह स्पीकर तय करे, उन्होने कहा कि बहस में प्रधानमंत्री भी जरुरत के अनुसार हिस्सा लेंगे.
भारत बंद में पीएम मोदी के हमले और पूरे विपक्ष का साथ न मिलने से कांग्रेस को झटका दे गया है. उस ने सब से पहले जनता का मूड भांप कर किनारा किया. दिल्ली के मंडी हाऊस से ले कर बंगाल और केरल तक वामपंथियो का प्रदर्शन ही भारत बंद बन कर रह गया. वामपंथियो ने आज खुद को भारत बंद से किनारा करते हुए कहा कि हम ने भारत बंद के लिए नहीं कहा था. वामपंथी दलो ने कहा कि नोटबंदी को लेकर आज विपक्षी पार्टियां देशभर में विरोध प्रदर्शन करने जा रही हैं. कांग्रेस ने जन आक्रोश दिवस मनाने का फैसला किया है तो वामपंथी मजदूर संगठनों ने हड़ताल का ऐलान.
सब से पहले भारत बंद का ऐलान करने वाली ममता बैनर्जी आज बंगाल में विरोध में सड़कों पर उतरी , उन का प्रदर्शन वामपंथी दलो को अपनी ताकत दिखाना ज्यादा था, जिस में वह सफल रही. तो आम आदमी पार्टी दिल्ली में सेंट्रल पार्क में विरोध प्रदर्शन कर रही है. दिल्ली में भी आज कोई बंद नहीं है, आप पार्टी सिर्फ जिला मुख्यालयों के बाहर प्रदर्शन कर रही है. मुंबई में कांग्रेस का प्रदर्शन काफी प्रभावशाली रहा.
महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और पंजाब में बीजेपी की सरकार है इसलिए यहां भारत बंद का सवालही नहीं उठता. वहीं, उत्तर प्रदेश में भी ना तो समाजवादी पार्टी ने नोटबंदी को लेकर आज बंद के समर्थन में है, और ना ही मायावती भारत बंद के साथ खड़ी हैं. हालांकि बिहार के दरभंगा में लेफ्ट पार्टी ने रेल रोकी है, तो बंद में शामिल ना होने के एलान के बावजूद समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने इलाहाबाद में ट्रेन रोकी है.
बिहार में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू विरोध प्रदर्शनों में शामिल नहीं होगी. क्योंकि नीतीश कुमार ने 500 और 1000 रु के नोट बंद करने का समर्थन किया है और कहा है कि नोटबंदी से काले धन के ख़िलाफ़ लड़ाई में मदद मिलेगी. इसके साथ ही नीतीश कुमार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी द्वारा आगामी 30 नवंबर को पटना दिए जाने वाले धरना कार्यक्रम से अपने को अलग रखेंगे.
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