अब उत्तराखण्ड में भी बूचडखानों का चालान

Publsihed: 09.Apr.2017, 00:39

देहरादून। उत्तर प्रदेश के बाद अब उत्तराखण्ड में भी अवैध बूचड़ खानों पर कार्यवाही शुरू हो गयी है। राजधनी दून पुलिस ने आज तड़के यहां शहर में कई स्थानों पर छापेमारी कर अवैध मांस बरामद करते हुए लाखों रूपये का चालान कर दिया। दून पुलिस की आज सुबह चार बजे की गयी इस कार्यवाही में नगर निगम और जिला प्रशासन की टीमें भी साथ थी। हालांकि उत्तराखण्ड के बूचड़खानों पर कार्यवाही की चर्चाएं कई दिनों से जारी थी लेकिन आज अचानक इस कार्यवाही से क्षेत्र मे हड़कंप मच गया। पुलिस ने शहर के बीचोबीच इनामुल्ला बिल्डिंग में 60 साल से चल रहे बूचड़खानों पर आज जब छापा मारा तो वहां पशु कटान का काम चल रहा था। मौके पर पुलिस को काटे गये दो भैंसो के अंग भी मिले। पुलिस और प्रशासन की टीम ने बूचड़खाने के दस्तावेजों की भी छानबीन की जिसके बाद प्रशासन ने 5 बूचड़ खानों को नोटिस देकर 2 लाख रूपये का चालान किया। पुलिस प्रशासन ने यह कार्यवाही मुस्लिम कालोनी, ब्रहमपुरी, लोहियानगर और चुक्खूवाला में चल रहे अवैध बूचड़खानों के खिलाफ भी की । यहां यह उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने जब अवैध बूचड़खानों पर छापेमारी की कार्यवाही शुरू की तभी से उत्तराखण्ड में अवैध बूचड़खानों को बंद कराने की चर्चाएं शुरू हो गयी थी। इस मुद्दे के चर्चा में आते ही प्रशासनिक स्तर पर बूचड़खानों की जानकारी व स्थिति जानने की कवायद तेज कर दी गयी। यह जानकारी सामने आई कि उत्तराखण्ड में चलने वाले सभी 14 बूचड़खाने अवैध रूप से चल रहे है, राज्य बनने के बाद से उनके पास न तो कोई लाईसेंस है और न उनके बेचे जाने वाले मांस की कहीं कोई जांच होती है। बूचड़खानों पर कार्यवाही की संभावनाएं सामने खड़ी देख अभी कुछ संचालकों द्वारा जिला मुख्यालय में लाईसेंस बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किया था। इनामुल्ला बिल्डिंग में चलने वाले शहर के सबसे पुराने बूचड़ खाने को लेकर तो कई बार विरोध प्रदर्शन हो चुके है। स्थानीय लोगों से इस बूचड़खाने के कारण होने वाली गंदगी को लेकर भी सवाल उठाये जाते रहे है। पशु संरक्षण के लिए काम करनेवाली पूजा बहुखण्डी ने भी यह मामला उछाला गया। सवांल यह है कि उत्तराखण्ड के किसी भी बूचड़खाने के पास लाइसैंस न होने के कारण यह सभी अवैध है और उत्तराखण्ड में फुटकर में बेचे जाने वाले मांस विक्रेताओं के पास भी कोई लाईसेंस नहीं है। आज की गयी इस कार्यवाही का नेतृत्व एस.पी.सिटी अजय सिंह ने किया गयाl

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