नई दिल्ली | गुरूवार को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर बड़ा आतंकी हमला हुआ | जिस में 44 जवान शहीद हो गए | पाकिस्तान का आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद पिछले ढाई महीनों से इस हमले की तैयारी कर रहा था | सूत्रों के अनुसार दो दिन पहले ही गुप्तचर एजेंसियों ने बड़े आतंकी हमले की आशंका जताते हुए चेतावनी जारी की थी | मोदी सरकार आने के बाद यह सब से बड़ा आतंकी हमला है, अब जब कि चुनाव सर पपर हैं मोदी सरकार पूरी तरह हिल गई है | अब तक उरी के आतंकवादी हमले को सब से बड़ा आतंकवादी हमला माना जाता था, जिस में 18 जवान मारे गए थे । सितम्बर 2016 में हुए इस आतंकी हमले के बाद नगरोटा में भी सेेना पर हमला हुआ था। इसी केे बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आदेश पर भारतीय सेेना नेे पाक सीमा के अंदर घुस कर सर्जिकल स्ट्राइक किया गया था |
नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह साढे 9 बजे सुरक्षा मामलों की केबिनेट कमेटी की बैठक बुलाई है | औंकारेशवर पांडे ने श्रीनगर से खबर दी है कि पुलवामा महीनों से पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के निशाने पर था | इसी अवन्तिपुरा में आतंकवादियों और सेना में मुठभेड़ हुई थी | दो आतंकवादी एक घर में शरण लिए हुए थे , जिसमें मुठभेड़ के दौरान आग लग गई थी , इसी बीच उस घर में घुसा हिज्बुल का बड़ा आतंकवादी भागने में सफल हो गया था | इस घटना के बाद पाकिस्तानी आतंकवादी मसूद अजहर ने 30 नवम्बर को जम्मू कश्मीर में आतंकवादी हमला करने की चेतावनी दी थी |
इस बीच आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है । हमले के बाद सेना ने इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शरू किया है | हमले में करीब 350 किलो आईईडी का इस्तेमाल किया गया | आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मदने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए इसे आत्मघाती बताया |
हमले में करीब 45 सीआरपीएफ जवान घायल भी हुए हैं , जिनका श्रीनगर स्थित सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है. सीआरपीएफ के जवानों को ले जा रही बस को मुख्य रूप से निशाना बनाया गया था. हमले में कई अन्य वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं. यह हमला श्रीनगर से सिर्फ 20 किलोमीटर की दूरी पर हुआ है. रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. इस बीच पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी बात की |
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