बेंगलुरु | बेंगलुरु वामपंथी वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की मंगलवार रात 8 बजे उनके घर के बाहर उन्हें गोलियां मार कर हत्या कर दी थी | पुलिस को अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है , लेकिन वामपंथी बुद्धिजीवियों और विपक्षी दलों ने कहा है कि भाजपा-संघ ने हत्या करवाई है | गौरी लंकेश की दोस्त ने बताया कि वह उन सभी लोगों की अच्छी दोस्त थी जो धर्मनिरपेक्षता को समझते थे | "उन" लोगों ने उन्हें मार दिया |
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी गौरी लंकेश की हत्या पर शोक व्यक्त किया। कपिल सिब्बल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि गौरी की हत्या कर लोगों को चुप कराने की एक कोशिश है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। वामपंथी सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने कहा कि इस तरह की हत्या जनतंत्र और इंसानियत के खिलाफ है | मेधा पाटकर कलबुर्गी, पानसरे और दाभोलकर की हत्या में अब तक सज़ा नहीं | जब तक इन केसों में सज़ा नहीं मिलती तब तक ऐसी हत्याएं होती रहेंगी | ऐसे विशेष लोगों और उनके परिवारों को सुरक्षा दी जाए |
दिल्ली में प्रेस क्लब ऑफ इंडिया , प्रेस एसोसिएशन और विमन्स प्रेस क्लब (आईडब्ल्यूपीसी) ने वरिष्ठ पत्रकार गौरी की हत्या की कड़े शब्दों में निंदा की है। आज देश भर में जगह जगह पर विरोध प्रदर्शन किये जाएंगे। गौरी लंकेश की हत्या के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं| बेंगलुरु में बीती रात लोगों ने कैंडल मार्च निकाला | आज भी जगह-जगह पर विरोध प्रदर्शन होने हैं | बेंगलुरु, मैंगलोर, मांड्या में हत्या के विरोध में आज प्रदर्शन की तैयारी है | वहीं दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई में भी गौरी लंकेश की हत्या के विरोध में प्रदर्शन की तैयारी है |
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर गौरी लंकेश की हत्या पर दुख जताया है | सच्चाई को कभी ख़ामोश नहीं किया जा सकता | गौरी लंकेश हमारे दिलों में ज़िंदा हैं | मेरी संवेदना और स्नेह उनके परिवार के साथ है | दोषियों को सज़ा होनी चाहिए |
हमलावरों की संख्या दो बताई जा रही है, हत्यारों ने 7 राउंड गोलियां चलाईं थी , गौरी को तीन गोलियां लगी और मौक़े पर ही उनकी मौत हो गई | हत्यारों की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमें बनाई गई हैं, पुलिस पास की एक इमारत में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से हत्यारों की पहचान में जुटी है | 'गौरी लंकेश पत्रिके' की संपादक गौरी हित्दुत्व की राजनीति की मुखर आलोचक थीं | पिछले साल भाजपा सांसद प्रह्लाद जोशी ने उन के एक लेख पर उन के खिलाफ मानहानि का मुकद्दमा किया था, गौरी अदालत में लेख के पक्ष में कोई सबूत नहीं दे पाई थी , जिस पर अदालत ने उन्हें 6 महीने की सजा सुनाई थी, वः जमानत पर रिहा थी |
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने गौरी लंकेश की हत्या पर ट्वीट कर अफसोस जताया है | उन्होंने लिखा है कि जानी-मानी पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के बारे में जानकर स्तब्ध हूं | इस जघन्य अपराध की निंदा करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं. ये लोकतंत्र की हत्या है. उनके निधन से कर्नाटक ने एक मज़बूत प्रगतिशील आवाज़ खो दी है, और मैंने एक दोस्त खो दिया है |
कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वर ने लिखा है कि पिछले हफ़्ते उन्होंने मुझे फ़ोन किया था | वह मुझसे मिलना चाहती थीं, तब मैं गृह मंत्री नहीं थ ,मैंने उनसे सोमवार को आने को कहा, मैंने उसी दिन मिलने को कहा, लेकिन उन्होंने सोमवार को मिलने की बात कही | मैंने अपने डीजी को फ़ोन किया और वह डीजी से दो-तीन बार मिली थीं, लेकिन उन्होंने कभी कुछ नहीं कहा. उन्होंने कभी सुरक्षा नहीं मांगी थी | वह दूसरे कामों को लेकर मिली थीं |
बेगलुरु के पुलिस कमिश्नर टी सुनील कुमार ने कहा कि करीब 8 बजे जब गौरी लंकेश घर आईं तो उन्होंने गेट के सामने कार पार्क की और जब वह गेट खोल रही थीं तो उन्हें गोली मारी गई | जब पड़ोसी उन्हें देखने आए तो उन्होंने देखा कि गौरी लंकेश घर के बरामदे में गिरी हुई हैं | उन लोगों ने पुलिस को सूचना दी | पुलिस आई तो देखा कि गौरी ख़ून से सनी पड़ी हैं | वहां पर चार ख़ाली कारतूस मिले | उन चार में से कितनी गोलियां उन्हें लगी ये स्टमार्ट्म के बाद पता चलेगा |
आखिर कौन थीं गौरी लंकेश
- वह 'गौरी लंकेश पत्रिके' की संपादक थीं
- 2005 में पत्रिका की शुरुआत की
- व्यवस्था विरोधी रुख की वजह से लोकप्रियता
- कर्नाटक की सिविल सोसायटी का जाना माना चेहरा थीं
- विचारधारा अलग होने की वजह से निशाने पर थीं
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