मुजफ्फरनगर। उत्कल-कलिंग एक्सप्रेस ट्रेन हादसे का खुलासा हो गया है। इस हादसे के पीछे लापरवाही की बात सामने आई है। ट्रेन को मरम्मत वाली ट्रैक से गुजरने दिया गया। एटीएस ने कहा है कि रेल पटरी पर मरम्मत की वजह से ये हादसा हो सकता है।
( शनिवार को मुजफ्फरनगर के खतौली के पास ट्रेन के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए थे। पता चला है कि इस हादसे में अभी तक 23 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।)
रेल हादसे पर बड़ा हथौड़ा पड़ा मिला है। जो यह बताता है कि ये हथौड़ा रेलवे के कर्मचारियों के अलावा किसी का नहीं हो सकता। ट्रैक के ही पास रिंच, पाना और पेचकस भी मिले। ये सारे औजार रेलवे के ही थे। जो वहां काम के दौरान पड़े हुए थे।
रेलवे ट्रैक को ध्यान से देखा तो उन्हें रेलवे ट्रैक पर इमरजेंसी ब्रेक लगाए जाने के निशान भी दिखाई दिए, क्योंकि रेलवे ट्रैक पर रगड़ के निशान थे।जिस रेलवे ट्रैक पर ये हादसा हुआ, वहां पर ट्रैक का टुकड़ा कटा हुआ मिला। साथ ही दो पटरियों को जोड़ने वाली फिश प्लेट भी मिली, जोकि रेलवे ट्रैक पर मरम्मत का पुख्ता सबूत है। रेल हादसे वाली जगह से कुछ दूरी पर लाल झंडा पड़ा मिला। आम तौर पर ये लाल झंडा उस वक्त लगाया जाता है। जब रेलवे ट्रैक पर मरम्मत का काम चल रहा होता है।
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि जिस रेलवे ट्रैक पर काम चल रहा था, उसी ट्रैक से ट्रेन से गुजर गई। कुछ चश्मदीद तो यहां तक बता रहे हैं कि हादसे के वक्त वहां रेलवे के कर्मचारी भी थे।
उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार के मुताबिक रेलवे ट्रैक पर मरम्मत का काम चल रहा था और कर्मचारियों ने ढिलाई बरती।
रेलवे की लापरवाही बनी वजह
मौजूद सबूत बता रहे हैं कि इस रेल हादसे के पीछे रेलवे की बहुत बड़ी लापरवाही है। लेकिन रेलवे को कार्रवाई के लिए अपनी रिपोर्ट का इंतजार है। रेल मंत्री से अब उम्मीद है कि इस घोर चूक के लिए जिम्मेदार अफसरों और कर्मचारियों को कठोर सजा मिलेगी, ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही गलती से भी न हो।
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