हुर्रियत को गले लगाने का कोई इरादा नहीं

Publsihed: 17.Aug.2017, 13:09

नई दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाल किले से दी गए कश्मीर संबंधी भाषण के इस वाक्य ने पार्टी के भीतर ही खलबली मचा दी है कि कश्मीर की समस्या गाली या गोली से नहीं, अलबत्ता गले लगाने से हल होगी | इसे अब तक की कश्मीर नीति में बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है , लेकिन प्रधानमंत्री के भाषण के अगले ही दिन 16 अगस्त को एनआईई की ओर से मारे गए छ्पो से जाहिर हो गया है कि हुर्रियत कांफ्रेंस से तो किसी तरह की बातचीत का कोई इरादा नहीं है | अलबत्ता आतंकवाद से प्रभावित आम कश्मीरियों से सीधी बातचीत का कोई रास्ता निकाला जाएगा|

आतंकी फीडिंग के मामले में NIA की टीम ने सख्त कार्यवाई करते हुए बुधवार को जम्मू-कश्मीर में 12 जगहों पर छापेमारी की।  श्रीनगर में पीरबाग़ और आलूचीबाग दोनों जगह बिजनेसमैन लोगों के यहां छापे मारे गए है। इनमें कारोबारी जहूर वटाली के ड्राइवर के घर भी छापे मारे गए ।

छापेमारी में कारोबारी जहूर वटाली के करीबियों के यहां भी छापेमारी हुई है। कहा जा रहा है कि इनकी अधिकतर संपत्ति दुबई, मुंबई, दिल्ली और चंडीगढ़ में है। जहूर वटाली के जिस ड्राइवर के यहां पर छापेमारी हुई है उसका नाम मोहम्मद अकबर है।  इसके अलावा तराहमा में भी शफी के यहां पर छापे मारे गए हैं. शफी पेशे से वकील है।

जाँच में पाया गया है कि कश्मीर के मुख्य कारोबारी ही जहूर वटाली के सूत्र है। घाटी में अशांति फैलाने वालों के कथित फाइनेंसरों की लिस्ट में जहूर वटाली का नाम है।  सबसे पहले आता है. वटाली श्रीनगर में बागात बरजला का रहने वाला है. कहा जाता है कि वटाली के अलगाववादी नेताओं के साथ भी अच्छे संबंध है।

वटाली का कारोबार कश्मीर से यूएई और यूरोप तक फैला हुआ है। वटाली की कई कंपनियों पर एजेंसियों को शक है। अधिकारियों को अंदेशा है कि वटाली की कंपनियां मनी लॉन्ड़्रिंग और आतंकवाद को फंडिंग के लिए मुखौटे के तौर पर काम कर रही है।  ऐसा भी कहा जाता है कि वटाली की आईएसआई में गहरी पैठ है. अब एनआईए वटाली के सभी तरह के लेनदेनों को बारीकी से खंगाल रही है। एनआईए ने अतंकवादियो को फीडिंग के आरोप में कई अलगाववादी नेताओं को गिरफ्तार किया था और करीब 20 दिनों तक अलगाववादी नेताओं से पूछताछ की  थी।  बताया जा रहा है कि पूछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं, जिसको लेकर NIA की जांच जारी है. पिछली सुनवाई में हुर्रियत नेता गिलानी के दामाद अल्ताफ फंटूश समेत मेहराजुद्दीन कलवाल, पीर सैफुल्लाह और नईम खान को कोर्ट ने 28 अगस्त तक के लिए तिहाड़ जेल भेज दिया है।

NIA ने पटियाला हाउस कोर्ट को बताया था कि पूछताछ में जितनी भी बातें सामने आईं  है।  उस पर तो जांच जारी है लेकिन अगर आगे भी किसी आरोपी से पूछताछ करनी होगी तो एजेंसी कोर्ट से इजाजत लेगी. कश्मीर में टेरर फंडिंग को लेकर कुल 7 अलगाववादी नेताओं को पिछले महीने NIA ने गिरफ्तार किया था.और  NIA ने कोर्ट में दलील दी कि जब से इनकी गिरफ्तारी हुई है, घाटी में पत्थरबाजी की घटनाओं में खासा कमी आई है।

 

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