नई दिल्ली | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डालने 10 बजे से दस मिनट पहले ही पहुँच गए, मोदी को समय से पहले देख कर पोलिंग अधिकारियों के हाथ-पाँव फूल गए , लेकिन अधिकारियों ने उन्हें 10 बजे से पहले वोट नहीं डालने दिया | मोदी को दस मिनट तक इन्तजार करना पडा , इन दस मिनटों में मोदी अधिकारियों से बात्चाएत करते रहे , इसी बातचीत में मोदी ने पोलिंग पर ड्यूटी कर रहे अधिकारियों से कहा कि, “समय से पहले जगह पर पहुँचने की मेरी आदत बहुत पुरानी हैं, मैं तो अपने स्कूल भी जल्दी पहुँच जाता था |”
संसद भवन के कमरा नंबर 62 में पीएम मोदी अकेले नहीं थे बल्कि उनके साथ बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद थे | राष्ट्रपति चुनाव में मतदान के लिए लगभग 32 मतदान केंद्र बनाये गये है जिनमे से एक मतदान केंद्र संसद के कमरा नंबर 62 में बनाया गया है | जबकि सभी राज्यों के विधान सभा में उनके मतदान के लिए व्यवस्था की गई है जिसमे जाकर वह अपने मत का प्रयोग कर सकते है | संसद परिसर में पहले मोदी मीडिया से मिले थे | संसद पहुंचकर पीएम मोदी वोट देने से पहले विपक्षी सांसदों से मिले और उनसे सत्र के दौरान सहयोग की अपील भी की थी l दरअसल पीएम मोदी के जल्दी पहुँचने का एक कारण ये भी था कि सोमवार को संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत भी थी और साथ ही राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान भी होना था |
इस राष्ट्रपति चुनाव में रामनाथ कोविंद को सत्तारूढ़ राजग के साथ-साथ जनता दल यू, बीजू जनता दल(बीजद), अन्नाद्रमुक, तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के साथ सभी छोटे बड़े दलों का समर्थन प्राप्त है, लेकिन दूसरी तरफ़ विपक्ष की मीरा कुमार के पक्ष में कांग्रेस सहित 17 दलों का समर्थन मिला हुआ हुआ है लेकिन इस बार राष्ट्रपति चुनाव में कोई भी जाली मतदान ने कर सके, उसके लिए चुनाव आयोग ने एक बहुत बड़ा फैसला लिया जिसके बाद कोई भी फर्जी तरीके से वोट नहीं डाल सकेगा | चुनाव आयोग के अनुसार राष्ट्रपति चुनाव एक सीक्रेट बेलेट पेपर के जरिए किया गया ,जिसके लिए एक ख़ास तरीके के पेन सभी को दिया गया था , जिसकी स्याही का रंग बैंगनी था और किसी और पेन से डाला गया मत अवैध माना जायेगा |
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