नई दिल्ली | जवाहर लाल नेहरु के लेडी माऊंट बेटेन की पत्नी के साथ रोमांस के किस्से कई लेखकों ने खुल कर लिखे हैं, उन के रोमांस की तस्वीरें भी जग जाहिर हैं, इंदिरा गांधी को ले कर भी कई किस्से कानों में पड़ते रहते हैं | नेहरु के नाती संजय गांधी की तब की माडल मेनका सिंह के साथ किन परिस्थितिओं में शादी हुई , उस के किस्से भी सुनाने को मिल जाते थे , लेकिन संजय गांधी ने मेनका गांधी से पहले एक शादी की थी, जिस से उन्हें एक बेटी भी है, यह किस्सा पहले कभी सुनाने में नहीं आया था | अब संजय गांधी की बेटी होने का दावा करने वाली प्रिया सिंह खुद सामने आई हैं और उस ने दावा किया है कि इंद्र कुमार गुजराल इस राज़ को न सिर्फ जानते थे, बल्कि राज को छुपाने में उन की अहम् भूमिका था | प्रिया सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में दावा किया है कि इंद्र कुमार गुजराल की पत्नी ने खुद उन के सामने राज की यह बात कबूल की है |
प्रिया ने यह राज़ बॉलीवुड में ‘आपातकाल’ के मुद्दे पर बन रही फिल्म “इंदु सरकार” के कारण सामने आ कर खोला है | प्रिया की बात में कितना सच है ये तो नहीं कहा जा सकता | किसी भी दावो पर यकीन करना किसी के लिए भी आसान नहीं होगा, हालाँकि खुद को संजय की बेटी बताने वाली प्रिया ने अपने दावों को पुख्ता करने के लिए ये तक कह डाला है कि, “अगर लोगों को उनपर भरोसा नहीं है तो वो उनका DNA टेस्ट करवा सकते हैं, जिससे कि दूध-का-दूध, और पानी-का-पानी हो सके, और साथ ही उनको उनकी खोयी हुई पहचान भी मिल जाये |
डीएनए टेस्ट का दावा करने के बाद प्रिया ने एक और ऐसा दांव खेला है जिसके बाद शायद उन्हें झूठा साबित करना नामुमकिन हो जाये | दरअसल अपने दूसरे दावे में प्रिया ने बताया कि, “संजय गाँधी और प्रिया की माँ, जो एक समय में एक दूसरे के प्यार में पड़े थे, उन्होंने मंदिर में शादी की थी | साथ ही प्रिया ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल को इस बात की पूरी जानकारी थी | प्रिया के बयानों को सच माने तो इंद्र कुमार गुजराल प्रिया की माँ और संजय गाँधी के रिश्ते के बारे में सब जानते थे | उल्लेखनीय है कि प्रिया ने जिस समय की बात की है , उस समय सचमुच इंद्र कुमार गुजराल की इंदिरा गांधी के साथ बहुत घनिष्टता थी |
अपने बयानों से इनदिनों राजनीति में अच्छी खासी हलचल मचाने वाली प्रिया ने एक प्रेस कांफ्रेस में बताया कि उन्होंने जो दस्तावेज़ इकट्ठे किये हैं उनसे ये तो साबित होता है कि उनके पिता संजय गाँधी हैं लेकिन उनकी माँ की कोई खोज-खबर नहीं है. प्रिया ने बताया कि प्रिया के जन्म के बाद उनकी माँ को मजबूर किया गया कि वो किसी भी हालत में दिल्ली छोड़ दें | उसके बाद प्रिया को पाल दंपति ने गोद लिया और उनको पाला |
दावा बड़ा था तो प्रिया ने इसे सिद्ध करने के लिए हर वो काम किया जो लोगों को यकीन दिला दें कि वाकई प्रिया के दावों में दम तो है. इस प्रेस कांफ्रेस में प्रिया अकेली नहीं थीं. वो अपने साथ अपनी बात रखने के लिए सर्व धर्म संस्था के सुशील गोस्वामी महाराज को साथ लेकर आयीं थीं. जिन्होंने भी माना कि ऐसा हो सकता है कि प्रिया संजय गाँधी की ही बेटी हों. प्रिया ने बताया कि उनके माता-पिता (रॉय दंपति) को हमेशा ये लगता रहा कि कहीं दिल्ली आने से प्रिया को कोई खतरा ना हो जाये इसलिए उन्होंने प्रिया को कभी दिल्ली नहीं आने दिया था |
सुशील गोस्वामी बताते हैं कि वो संजय गाँधी के अच्छे मित्र हुआ करते थे. इस लिहाज़ से उन्होंने बताया कि संजय गाँधी मेनका से शादी से पहले एक लड़की के साथ प्यार में थे तो ऐसा संभव है कि प्रिया उन्ही की बेटी हों. साथ ही यहाँ ये बात भी गौर करने वाली है कि प्रिया के नाक-नक्श हुबहू संजय गांधी व उनके परिवार से मिलता है जिसे संयोग मान कर टाला नहीं जा सकता है |
खुद को संजय गाँधी का घनिष्ठ मित्र बताने वाले गोस्वामी से जब प्रिया की माँ के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने चुप्पी साध ली | उन्होंने कहा उस वक़्त संजय गाँधी से मिलने तकरीबन रोज़ ही अलग-अलग और कई लड़कियां आया करती थीं | अब इनमे से प्रिया की माँ कौन थी ये कह पाना मुश्किल है. हालाँकि प्रिया इस बात पर अडिग थीं कि संजय गाँधी ने 21 वर्ष की आयु में उनकी माँ से मंदिर में शादी की थी | प्रिया का जन्म 21 दिसम्बर 1968 को हुआ था | जन्म के बाद प्रिया का नाम प्रियदर्शनी रखा गया था हालाँकि राजनीतिक कारणों के चलते उन्हें बलदेव सिंह पाल व उनकी पत्नी शीला सिंह पाल को देखभाल के लिए सौंप दिया गया.
प्रिया बताती हैं कि वर्ष 2010 में वो जब जबरन दिल्ली आईं तो गुजराल परिवार ने उन्हें फिरसे तुंरत ही दिल्ली से वापस चले जाने की सलाह दी. लेकिन इस बार प्रिया अपने माँ-बाप के नाम जानने पर तुली थीं. ऐसे में बार-बार पूछने पर विमला गुजराल ने उन्हें बताया कि उनके असली पिता संजय गांधी हैं लेकिन उन्होंने मां का नाम बताने से इंकार कर दिया।
प्रिया ने बताया कि उन्हें मुंबई भेजने का एक कारण यह था कि जनसंघ इंद्रा गांधी के पीछे पड़ा था और यदि ऐसे वक़्त में उन्हें प्रिया का पता चल जाता तो वो इंदिरा को ब्लैकमेल कर सकते थे. यही कारण है कि उनके वर्तमान माता-पिता ने हमेशा ही उन्हें कुछ नहीं बताया और हमेशा छिपा कर रखा.
सालों बाद दुनिया के सामने आयीं प्रिया बताती हैं कि उन्हें संजय गाँधी का पैसा नहीं चाहिए उन्हें कुछ चाहिए तो उनका नाम. प्रिया सिर्फ अपनी खोयी हुई शख्सियत पाने का हवाला देते हुए बताती हैं कि अब बहुत हुआ. अब वो चुप नहीं रहेंगी. बता दें कि. प्रिया ने गोद लेने की प्रक्रिया पर भी सवाल उठाते हुए कहा उन्हें दो संस्थाओं के जरिए पाल दंपति को गोद दिया गया और दोनों में ही अलग-अलग दस्तावेज हैं. यही कारण है कि उन्होंने तीस हजारी अदालत में इस मुद्दे को लेकर मुकदमा भी दायर किया है.
ये बात आज की माहि है. बता दें अभी कुछ महीनों पहले भी प्रिया ने अपने फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट कर सबको चौंका दिया था जहाँ उन्होंने अपने और गाँधी परिवार के रिश्तों का ज़िक्र किया था. इस पोस्ट में अपनी माँ और संजय गाँधी के रिश्तों का ज़िक्र करते हुए प्रिया ने कई बातें लिखीं थी.
इस तरह अचानक से कई सालों के बाद दुनिया के सामने आने का जब प्रिया से कारण पूछा गया तो उन्होंने बताया कि दरअसल, “28 जुलाई को रिलीज हो रही फिल्म इंदु सरकार में उनके स्वर्गीय पिता संजय गांधी को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है जिससे मजबूर होकर वह खुलकर सामने आ गई हैं.”
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