लखनऊ। सहारनपुर में हुई जातीय हिंसा के लिए जिस भीम आर्मी को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है उसको नक्सलियों का सपोर्ट भी हासिल था। भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर का कई वामपंथी दल समर्थन भी कर रहे थे और लगातार संपर्क बनाए हुए थे। इंटेलिजेंस ब्यूरो की जो रिपोर्ट सामने आई है उसमें भीम सेना के नक्सलियों और जेएनयू के कुछ वामपंथी छात्रों से रिश्ते होने की बात कही गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, चंद्रशेखर पहले से ही भाजपा विरोधी रहा है, और कांग्रेस के लिए काम करता रहा। इस दौरान उसने भीम सेना के बारे में सोचा भी नहीं था। लेकिन बाद में कुछ एंटी-बीजेपी व्यवहार की वजह से चंद्रशेखर बीएसपी के नेताओं के संपर्क में आया। रिपोर्ट कहती है कि राम मनिहारन से विधानसभा के बीएसपी प्रत्याशी रवींद्र कुमार मोल्हू के भी चंद्रशेखर के संपर्क रहे हैं।
रिपोर्ट कहती है कि भीम आर्मी के संयोजक चंद्रशेखऱ के वामपंथी संगठनों से भी लिंक हैं, और इन संगठनों ने भीम आर्मी की मदद भी की है। आईबी की रिपोर्ट के मुताबिक, वामपंथी संगठन भीम सेना को नक्सलियों जैसी ट्रेनिंग देने का प्लान बना रहे थे। रिपोर्ट के मुताबिक, वामपंथी संगठन भीम सेना को नक्सलियों जैसी ट्रेनिंग दिलाकर उनका इस्तेमाल अपने राजनीतिक लाभ में करने की फिराक में थे। रिपोर्ट में यह साफ कहा गया है कि सहारनपुर जातीय हिंसा फैलाने के पीछे बड़े राजनेताओं का भी हाथ रहा है।
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