बुलंदशहर। छत्तीसगढ़ के सुकमा में सोमवार को हुए नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 26 जवान शहीद हो गए जबकि 7 जवान घायल हुए हैं। वहीं, हमले में घायल सीआरपीएफ कांस्टेबल शेर मोहम्मद के लिए पूरा देश प्रार्थना कर रहा है। शेर मोहम्मद ने जाबाज़ी से लड़ते हुए कई नक्सलियों को ढेर कर दिया। उन्होंने अपनी जान की प्रवाह किए बिना कई जवानों की भी जान बचाई। आज वह जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं।
उनकी मां फरीदा ने कहा कि मेरे बेटे ने पांच नक्सलियों को मारा है। जवान की मां ने आगे कहा कि मुझे मेरे बेटे पर फक्र है। मेरे साथ पूरा गांव और पूरा देश उसकी सलामती की दुआ कर रहा है। सीआरपीएफ जवान शेर मोहम्मद यूपी के बुलंदशहर के रहने वाले हैं। उनके पिता भी भारतीय सेना में थे। गांव वाले उनके लिए रात से ही प्रार्थना कर रहे हैं। दरअसल, सुकमा में नक्सलियों के हमले में बचे सीआरपीएफ के जवान ने हमले की आपबीती सुनाई है।
सीआरपीएफ के घायल कॉन्सटेबल शेर मोहम्मद ने बताया कि करीब 300 नक्सलियों ने घात लगाकर हमला किया। मुठभेड़ की जगह सीआरपीएफ के करीब 150 जवान मौजूद थे, हमने भी जवाबी कार्रवाई की और कइयों को मार गिराया। जवान ने बताया कि मैंने तीन से चार नक्सलियों के सीने में गोली मारी।
2010 में 76 जवानों की मौत हुई थी
ये घटना सोमवार दोपहर 12 बजे की है जब जवानों की टीम रोड ओपनिंग के लिए निकली थी। सड़क निर्माण की सुरक्षा में लगे ये जवान खाना खाने की तैयारी कर रहे थे उसी दौरान घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी। खास बात यह है कि 2010 में इसी जगह हुए नक्सली हमले में 76 जवानों की मौत हो गई थी। फिलहाल घटनास्थल पर सीआरपीएफ की कोबरा टीम तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। इस घटना के बाद दूसरे इलाक़ों में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
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