लखनऊ। दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकी संगठन आईएसआईएस के एक मोड्यूल को यूपी पुलिस और एटीएस 13 घंटों के मुठभेड़ के बाद मार गिराया। आतंकी सैफुल्लाह के पास से आठ ऑटोमेटिक पिस्तौल और बम बनाने का सामना बरामद हुआ है। साढ़े छह सौ जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। इससे ये साबित होता है कि यह आतंकी राजधानी में किसी बड़े हमले को अंजाम देने की फिराक में था।
आइजी ने भी इस बात तस्दीक करते हुए बताया कि आतंकी किसी बड़ी वारदात की तैयारी में था। आइजी ने बताया कि आज सुबह करीब सवा छह बजे आतंकी सैफुल्लाह के शव पोस्टमार्टम के लिए को भेजा गया। इसके बाद मकान की तलाशी ली गई। वहां मिले सामान से पता चलता है कि आतंकी किसी बडी वारदात की तैयारी में थे।
मकान की तलाशी में लखनऊ की पुलिस के साथ एटीएस की टीम भी लगी थी। आतंकी सैफुल्लाह की उम्र 22 से 23 साल की थी, उसके पास चाकू पिस्टल और एक बैग मिला। इस बैग में विस्फोटक है। सतीश गणेश ने बताया कि बम निरोधक दस्ते और फोरेंसिक टीम की क्लियरेन्स के बाद बाकी की जानकारी विस्तार से शाम को दी जायेगी।
गौरतलब है कि लखनऊ के दुबग्गा में कल देर रात करीब ढाई-तीन बजे एटीएस ने एनकाउंटर में आतंकी को ढेर कर दिया। भोपाल-उज्जैन पैसेंजर में बम विस्फोट का आरोपी आतंकी सैफुल्लाह हाजी कालोनी में छिपा था। मंगलवार शाम तीन बजे पुलिस ने अपना ऑपरेशन शुरू किया और यह रात ढाई बजे ख़त्म हुआ। कमांडो दिवार तोड़कर घर में घुस गए, और छिपे आतंकी को मार गिराया। उधर, गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने डीजीपी से घटना के बारे में जानकारी ली और डीजीपी को पूरी मदद देने का भरोसा भी दिलाया।
एटीएस को सूचना मिली थी कि मलिहाबाद निवासी बादशाह खान के मकान में कुछ आतंकी छिपे हैं। एटीएस के 20 कमांडो ने आसपड़ोस के मकानों पर घेराबंदी कर ली और आतंकी से समर्पण को कहा तो अंदर से फायरिंग शुरू कर दी। आईएस की पूरी साजिश का खुलासा कल तब हुआ जब मध्य प्रदेश के शाजापुर में ट्रेन में धमाका हुआ, जब धमाके की जांच शुरू हुई तब आईएस के तार निकलकर सामने आए। इससे पहले मध्य प्रदेश और यूपी से छह संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार किए गए और लखनऊ में सैफुल्लाह मारा गया।
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