प्रधानमंत्री मोदी ने आज अचानक लोकसभा में पहुंच कर राहुल गांधी को मुश्किल में डाल दिया, जो आज सुबह तक मोदी के सदन में आने की मांग कर रहे थे. लोकसभा फिर भीव नहीं चली तो बाहर निकले राहुल गांधी को संसद भवन में ही मीडिया ने कटघरे में ख्डा किया. उन से तीखे और हमलावर सवाल पूछे गए.
मीडिया के सवालो का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि हम ने तो शुरु से ही स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है, उसी नोटिस के अंतर्गत बहस होनी चाहिए. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दो मांग रखी हैं.राहुल ने कहा कि हमारी मांग है, पीएम मोदी संसद में आएं, बहस को सुनें और विपक्ष की भी सुनें और दूसरी मांग है हमें लगता है कि इस निर्णय के पीछे कोई बहुत बड़ा घोटाला हुआ है. इस सूचना को पहले ही लीक कर दिया गया था इसलिए इस मामले की जांच जेपीसी से करवानी चाहिए. यहां 200 से ज्यादा सांसद यहां खड़े हुए हैं. पूरा विपक्ष संगठित है. पीएम को बताना चाहिए कि आखिर ऐसा निर्णय क्यों लिया.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस समेत सभी पार्टियां कालेधन और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ आवाज उठा रही है. कुछ लोगों के चक्कर में पूरा भारत लाइन में लगा है बेकार में गरीब और ईमानदार जनता को परेशान किया जा रहा है. देश इस तरह नहीं चलाया जा सकता. देश की अर्थव्यवस्था सही से चल रही थी लेकिन अचानक उसको इतना बड़ा झटका दे दिया.
राहुल ने कहा किसान, गरीब, मजदूर, छोटे दुकानदार सब परेशान हैं. आपको लाइन में अभी तक कोई सूट बूट वाला कोई उधोगपति या बीजेपी का कोई बड़ा नेता नहीं दिखा. संसद शुरू होते ही सबसे पहले शहीद होने वाले लेागों को श्रद्धांजलि दिए जाने की प्रथा है. पहले दिन अन्य शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई है लेकिन नोटबंदी से मरे लेागों को क्यों नहीं दिया गया. उनका क्यो कसूर था.
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