भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के प्रभारी ओम माथुर ने यूपी चुनाव में 500 और 1000 के नोट पर बंदी को बडा मुद्दा बना कर पेश करने की रणनीति बनाई है, हालांकि इस नोटबंदी से भाजपा वोट बंक भी प्रभावित हुआ है, लेकिन मायावती का खजाना रद्दी बन गया है. मायावती ने ख्गुद ही अपनी छटपटाहट जारी कर के खुद को कटघरे में खडा कर लिया है. अब तक तो राजनीतिक हल्को में उन के पैसे की राजनीति की सिर्फ दबी जुबान से चर्चा होती थी, लेकिन अब भाजपा को उन्हे बेनकाब करने का मौका मिल गया है.
मायावती पर कटाक्ष करते हुए ओम माथुर ने कहा कि विपक्षियों के पास बोलने के लिए कुछ भी नहीं है. इसलिए विपक्ष बौखला गया है. इस मामले में पीएम मोदी को जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है. अपनी रैली में पीएम मोदी ने जनता से इस बात की पुष्टि भी कर ली. जनता ने खुलकर पीएम मोदी का सहयोग करने का वादा किया.
ओम माथुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ब्लैकमनी पर किए गए सर्जीकल स्ट्राइक से आम जनता परेशान नहीं है, बल्कि परेशान वो हैं, जो खुले मंच पर 25 करोड़ रुपये के नोटों की माला पहनवाकर अपना स्वागत कराते हैं. परेशान वो हैं, जो काले धन के पक्ष में है. स्पष्ट है कि उन का सीधा हमला मायावती पर है, जो रैलियो में 25-25 करोड रुपए के नोटो के हार पहनती रही हैं. ओम माथुर ने इशारों इशारों में बसपा सुप्रीमो मायावती के साथ ही तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बेनर्जी पर भी निशाना साधा, जो कि नोट बदलने के खिलाफ सब से ज्यादा खुल कर सामने आई हैं और आज राष्ट्र पति को मिलने वाली हैं.
20 नवंबर को होने वाली रैली स्थल का जायजा लेने कोठी मीना बाजार आगरी पहुंचे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर ने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ इस रैली को लेकर समीक्षा बैठक की. बैठक में रैली की तैयारियों के बारे में जानकारी ली, साथ ही बताया गया इस रैली को एतिहासिक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़नी है.
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