टैक्स चोरी करने वाले कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी पर आयकर विभाग ने 56.67 करोड़ रुपये का जुर्माना ठोका है. लेकिन इन आरोपों को खारिज करते हुए सिंघवी ने कहा है कि राजनीतिक फायदे के लिए यह कार्रवाई की गई. अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, 'मामला अभी कोर्ट में है इसलिए इस पर चर्चा बेकार है. बीजेपी राजनीतिक फायदे के लिए ये सब कर रही है.' वहीं बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि सिंघवी के मुताबिक उनके इनकम टैक्स के पुराने कागजात दीमक खा गए है, जबकि सच तो यह है कि कांग्रेस ही दीमक है.
मामला सिंघवी के 2012 का है. उस समय इनकम टैक्स विभाग से सिंघवी ने कहा था कि अपने स्टाफ के लिए उन्होंने तीन साल में 5 करोड़ के लैपटॉप खरीदे हैं. इस हिसाब से तीन साल में सिंघवी ने अपने 14 कर्मचारियों के लिए 1250 लैपटॉप खरीदे होंगे जिसमें एक की कीमत करीब 40 हजार बताए गए थे. सिंघवी इन्हीं खर्च पर टैक्स में 30 फीसदी की छूट मांग रहे थे. उन्होंने कहा था कि उनके इनकम टैक्स से जुड़े कागजात को दीमक चट कर गए हैं, जिसके कारण वे कागजात जमा नहीं कर पाए. अब आयकर विभाग ने उनकी दलील को नकारते हुए उनपर 56 करोड़ 67 लाख का जुर्माना ठोका है.
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