जिस तरह 5-6 घंटे भीतर भोपाल पुलिस ने जेल से फरार हुए आठो सिमीआतंकवादी मारे गए हैं, उस के बाद प्र्मुख विपक्षी दल कांग्रेस को इशरत जहाँ की तरह मुदा मिल गया है, आठो के जेल से भागने के तुरंत बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के के मिश्रा ने सवाल उठा दिया था कि केंद्र सरकार ने जब पूरे देश में हाई अलर्ट लागू किया हुआ है ऐसे में इस प्रकार की घटना कैसे हो गई. उन्होंने घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग की है.
दिग्विजय सिंह का बयान
इस घटना के बाद कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा कि सरकारी जेल से भागे हैं या किसी योजना के तहत भगाए गए हैं? जांच का विषय होना चाहिए.
कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने सिमी की बजरंग दल से तुलना करते हुए कहा कि दंगा फसाद ना हो इस पर प्रशासन को नजर रखनी पड़ेगी. दोनों मिलकर दंगे कराते हैं. खंडवा से भी जेल तोड़कर सिमी के लोग भागे और भोपाल की जेल से भी भागे. सिमी और बजरंग दल पर मैंने प्रतिबंध लगाने की सिफारिश तत्कालीन एनडीए सरकार से की थी, उन्होंने सिमी पर तो लगा दिया लेकिन बजरंग दल पर नहीं लगाया.
आतंकियो के नाम
मारे गए आतंकियों के नाम हैं- अमजद, जाकिर हुसैन सिद्दीक, मोहम्मद सालिक, मुजीब शेख, मेहबूब गुड्डू, मोहम्मद खालिद अहमद, अकील और माजिद. आतंकियों के फरार होने के बाद देश भर में अर्लट जारी किया गया था.
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