भोपाल: दिवाली की रात भोपाल सेंट्रल जेल से प्रतिबंधित संगठन सिमी के 8 आतंकी ड्यूटी पर तैनात एक सिपाही की हत्या करने के बाद चादरों की मदद से जेल की दीवार लांघ कर फरार हो गए थे,जिन्हे सोमवार सुबह भोपाल से थोडी दूर ही गांव केडी मे हुई मुठभेड मे सभी आठो आतंकवादी मारे गए.आईजी ने कहा कि सोमवार की सुबह 10 बजे आतंकियों को देखे जाने की सूचना पुलिस को मिली जिसके बाद पुलिस ने आतंकियों को चारों तरफ से घेर लिया.
आईजी ने बताया कि पुलिस को देखते ही आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में जवानों ने करीब 45 राउंड फायरिंग की. फायरिंग खत्म होने के बाद आठ आतंकवादी मृत मिले. उन्होंने बताया कि एनकाउंटर में 5 पुलिसकर्मी भी घायल हुए. आतंकियों के पास से कोई मोबाइल फोन नहीं मिला. घटना स्थल से 3 चाकू और 3 देसी कट्टे मिले.आईजी योगेश चौधरी ने कहा कि पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है. आतंकियों को बाहरी मदद मिलने की भी पुलिस छानबीन कर रही है. उन्होंने ये भी कहा कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि आतंकियों के पास हथियार कहां से आए.
कांग्रेस की आशंका शुरु
लेकिन जिस तरह 5-6 घंटे में सारे आठो सिमी आतंकवादी मारे गए हैं, उस के बाद प्र्मुख विपक्षी दलो को इशरत जहाँ की तरह मुदा मिल सकता है, क्योंकि आठो के जेल से भागने के तुरंत बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के के मिश्रा ने सवाल उठा दिया था कि केंद्र सरकार ने जब पूरे देश में हाई अलर्ट लागू किया हुआ है ऐसे में इस प्रकार की घटना कैसे हो गई. उन्होंने घटना की सीबीआई जांच कराने की मांग की है.
दिग्विजय सिंह का बयान
इस घटना के बाद कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा कि सरकारी जेल से भागे हैं या किसी योजना के तहत भगाए गए हैं? जांच का विषय होना चाहिए.
कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने सिमी की बजरंग दल से तुलना करते हुए कहा कि दंगा फसाद ना हो इस पर प्रशासन को नजर रखनी पड़ेगी. दोनों मिलकर दंगे कराते हैं. खंडवा से भी जेल तोड़कर सिमी के लोग भागे और भोपाल की जेल से भी भागे. सिमी और बजरंग दल पर मैंने प्रतिबंध लगाने की सिफारिश तत्कालीन एनडीए सरकार से की थी, उन्होंने सिमी पर तो लगा दिया लेकिन बजरंग दल पर नहीं लगाया.
आतंकियो के नाम
आतंकियों के नाम हैं- अमजद, जाकिर हुसैन सिद्दीक, मोहम्मद सालिक, मुजीब शेख, मेहबूब गुड्डू, मोहम्मद खालिद अहमद, अकील और माजिद. आतंकियों के फरार होने के बाद देश भर में अर्लट जारी किया गया था.
चार जेल अधिकारी निलम्बित
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को तलब किया।भोपाल सेंट्रल जेल के 4 अधिकारी निलंबित किए गए. घटना को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश के गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि घटना के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया था. प्रदेश सरकार ने प्रत्येक फरार सिमी आतंकी की गिरफ्तारी पर 5 लाख रुपये का ईनाम घोषित कर दिया गया था. गृह मंत्री ने बताया कि घटना के दौरान जेल में तैनात अधिकारियों को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है.
उधर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से फोन पर बात की. गृहमंत्रालय ने राज्य सरकार ने रिपोर्ट मांगी.
खंडवा जेल से भी फरार हुए थे ये आतंकी
अक्टूबर 2013 में खंडवा जेल से सिमी के छह आतंकी अबू फैजल खान, एजाजुद्दीन अजीजुद्दीन, असलम अय्यूब, अमजद, जाकिर, शेख मेहबूब और आबिद मिर्जा फरार हो गए थे।
आबिद कुछ ही देर बाद गिरफ्तार कर लिया गया था
अबू फैजल, इरफान नागौरी और खालिद अहमद को एटीएस ने 25 दिसंबर 2013 को सेंधवा पठार के पास से मुठभेड़ के दौरान के गिरफ्तार किया था।
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