नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के होस्टल में मिली एक लाश ने जेएनयू के उस शराब,शबाब और कंडोम क्लचर की पोल खोल दी है. जिस से वामपंथी छात्र संगठन इंकार करते रहे हैं. पिछले विवाद के समय राजस्थान के एक भाजपा विधायक ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में बडी मात्रा में इस्तेमाल किए हुए कंडोम और शराब की खाली बोतले मिलने की बात कही थी, तो वामपंथियो ने बवाल मचा दिया था.
जेएनयू इन्ही मुद्दो राष्ट्रविरोधी गतिविधियो के लिए हमेशा विवादों को लेकर सुर्खियों में बना रहता है .इससे पहले की एक मामला शांत हो दूसरा सामने आकर खड़ा हो जाता है, अभी लापता छात्र नजीब अहमद का मामला शांत भी नहीं हुआ था और एक दूसरे छात्र की मरने की खबर आ गई.
मणिपुर में रहने वाले इस छात्र का नाम जेआर फिलेमॉन है। जेआर फिलेमॉन जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में पीएचडी का स्टूडेंट था जो अपने हॉस्टल के कमरे में मृत पाया गया। वह पिछले तीन दिन से कहीं दिखाई नहीं दे रहा था। कमरे से बदबू आने पर जब गार्ड्स और स्टूडेंट्स ने दरवाजा तोड़ा तो कमरे में उसकी बॉडी पड़ी थी। वो बह्मपुत्र हॉस्टल के कमरा नंबर 171 में रहता था और वहां के लोगों का कहना है कि उसका कमरा पिछले तीन दिन से बंद था.
खबर के मुताबिक छात्र के कमरे से शराब की बोतलें मिली हैं. शुरुआती जांच में शराब के ज्यादा सेवन से मौत की आशंका जताई जा रही है.पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच शुरू कर दी है। अब पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह सामने आएगी.
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