प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स देशो के आठवे वार्षिक सम्मेलन के साथ ही बिमस्टेक और ब्रिक्स का साझा सम्मेलन बुला कर सार्क को किनारे करने की रणनीति अपनाई है. अब पाकिस्तान को पडौसी देशो के साथ नए सिरे से लाबिंग करनी पडेगी. बिमस्टेक में मालदीव और पाकिस्तान को छोड कर सार्क के बाकी सारे देश शामिल हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को पनाह देने वाला देश बताते हुए इस्लामाबाद में होने वाले सार्क में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था. बाद में लगभग सभी देशो ने भी पाकिस्तान पर वही आरोप लगाते हुए सार्क का बहिष्कार करने का एलान किया तो सार्क रद्द करना पडा था. प्रधानमत्री मोदी तब से पाकिस्तान को अलग थलग करने का अभियान चलाए हुए हैं.
मोदी ने ब्रिक्स देशो का सम्मेलन समाप्त होने के बाद र्विवार देर शम ब्रिक्स और बिमस्टेक देशो के साझा सम्मेलन में भी पाकिस्तान पर हमला जारी रखा. मोदी ने सहयोगी देशो से आपसी सहयोग से आतंकवाद के खिलाफ अभियान चलाने का आह्वान किया. उन्होने कहा कि आतंकवाद को पनाह और बढावा देने को स्पष्ट संदेश जाना चाहिए .
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