पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ने डान में छपी इस खबर का खंडन कर दिया था कि उन्होने आईएसआई और सेना से आतंकवादियो का सफाया करने के लिए कहा है. अब संकेत मिल रहे हैं कि नवाज़ शरीफ को इस लिए खंडन करना पडा क्योंकि सेना और आईएसआई ने उन के आदेश पर अमल करने से इंकार कर दिया था.अब पाकिस्तान के अन्य अधिकारियो ने भी सेना की लाईन अपनाना शुरु कर दिया है और नवाज़ शरीफ अकेले पडते दिखाई देने लगे हैं.
पाकिस्तान सेना के प्रमुख राहिल शरीफ ने रविवार को एलओसी का अचानक दौरा कर कर सब को हैरत में डाल दिया. अभी दस दिन पहले ही भारतीय सेना ने पीओके मे सर्जिकल आप्रेशन किया था, जिस में भारी तादाद में आतंकवादी और पाक सेनिक मारे गए थे. हालांकि राहिल शरीफ अगले महीने रिटायर हो रहे हैं, लेकिन वह अचानक सक्रिय हो गए हैं, जिस तरह पीएमओ को डान की उस खबर का खंडन करना पडा, जिस में कहा गया था कि आतंकवादियो का खातमा किया जाए, पाकिस्तान की नेशनल एसेम्बली में आतंकवादियो के खिलाफ कार्रवाई की मांग किए जाने के बाद यह खबर आई थी, जब कि पाक सेना की लाईन है कि पाक में आतंकवादी नहीं है, बल्कि कश्मीर में आज़ादी का आंदोलन चल रहा है.
पाकिस्तान सेना की ही लाईन अपनाते हुए भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने टाईम्स आफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में कहा है कि पाकिस्तान में भारत और अफगानिस्तान के सम्बंध में नीति बनाने में वहाँ की सेना की महत्वपूर्ण भूमिका होती है. उन्होने कहा कि ये सोचना गलत होगा कि पाकिस्तान की भारत को लेकर विदेश नीति में आर्मी का रोल नहीं होगा, बासित ने इन रिपोर्ट्स को खारिज किया कि पाकिस्तानी सरकार ने आर्मी से आतंकवादियों के ऊपर एक्शन लेने को कहा है. हालांकि पाकिस्तानी सेना की लाईन अपनाते हुए बासित ने यह कर नवाज़ शरीफ का भी बचाव किया कि वह ड्राईविंग सीट पर हैं.
उधर पाकिस्तान के अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अलग थलग होने का यूएन में बचाव करने गए मुशाहद हुसैन सयैद ने भी सेना की लाईन अपनाते हुए कहा कि पाकिस्तान में कोई आतंकवादी गुट काम नहीं कर रहे, भारत का आरोप निराधार है. अभी दो दिन पहले नवाज़ शरीफ के विदेश मामलो के सलाहाकार सरताज़ अज़ीज़ ने भी पाकिस्तान सेना की लाईन अपनाते हुए कहा है कि जब तक नरेंद्र मोदी भारत के प्रधान मंत्री है भारत से सबंधो में बडा बदलाव नही हो सकता. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नरेंद्र मोदी के कट्टर विरोधी मणिशंकर अय्यर ने कुछ माह पहले पाकिस्तान जा कर यही बात कही थी, उन्होने कहा था कि जब तक नरेन्द्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं दोनो देशो के रिश्तो में सुधार नही हो सकता, इस लिए पहले उन्हे हटाना होगा.
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