रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आज गुरुवार को आगरा में हुए अपने सम्मान समारोह मे कहा कि भारत के एक टीवी ने पीओके के एसपी से बात कर सरजिकल स्ट्राईक का सारा बयोरा ले कर देश की जनता के सामने रख दिया है, अब विपक्ष के नेताओ को सबूत दिखाए जाने की जरूरत नहीं .पर्रिकर ने कहा कि उनका सम्मान नही , यह भारतीय सेना का सम्मान है, जिसे वह सेना को प्रषित कर देंगे. रक्षा मंत्री ने देश को सावधान भी किया कि आने वाले समय में पाकिस्तान की तरफ से खुन्नस में बदला लेने के लिए आतंकवादी कार्रवाईया की जा सकती हैं , इस लिए सावधान रहने की जरूरत है.
उल्लेखनीय कि भारत में विपक्ष के कुछ नताओ ने सर्जिकल स्ट्राईक को नकारने वाले नवाज शरीफ के मीडिया मेंनेजमेंट के झांसे में आ कर और इधर भारत में भाजपा को फायदा होते देख सेना से सर्जिकल स्ट्राईक सबूत मांग लिए हैं, इस पर पर्रिकर ने अफसोस जताते हुए कहा कि भारतीय सेना के शौर्य पर कभी आशंक व्यक्त नहीं की गई थी. मीडिया का धन्यवाद करते हुए उन्होने कहा कि सजग मीडिया के जमाने में इतनी बडी घटना ज्यादा देर छिप नहीं सकती थी, और वही हुआ, पीओके के एक पुलिस अधिकारी ने मीडिया के सामने खुलासा कर दिया है कि 28 सितम्बर की रात पीओके में चार जगह भीमबेर के समाना, पुंछ के हाजिरा, नीलम के दूधनियाल तथा हथियान बाला के कायानी में हमले हुए.
नवाज शरीफ ने अपना झूठ पेलने के लिए जिस सीएनएन और बीबीसी को इस्तेमाल किया था, उसी सीएनएन की भारतीय टीम ने पीओके की मीरपुर रेंज के पुलिस अधीक्षक (विशेष शाखा) गुलाम अकबर से सच उगलवा लिया. सीएनएन न्यूज 18 ने खबर दी है कि भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादियों के लॉन्च पैड पर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक में कई आतंकवादियों के साथ कम से कम पांच पाकिस्तानी सैनिक भी मारे गए थे. भारत द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक की बात कहने के लगभग एक सप्ताह बाद टेलीविजन चैनल ने दावा किया है कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने चैनल के इनवेस्टिगेशन एडिटर मनोज गुप्ता से टेलीफोन पर भारतीय सेना के एक-एक दावे की तस्दीक की। चैनल के मनोज गुप्ता ने पाकिस्तानी अधिकारी का उच्चाधिकारी बनने का नाटक कर उससे सारी जानकारी उगलवाई। मीरपुर रेंज के पुलिस अधीक्षक (विशेष शाखा) गुलाम अकबर को रिकॉर्डिग में यह कहते हुए साफ सुना जा सकता है कि 28 सितम्बर की रात कई सेक्टरों में सर्जिकल स्ट्राइक हुए थे।
गुप्ता के साथ टेलीफोन पर बातचीत के दौरान, उसने स्पष्ट तौर पर कहा कि पाकिस्तानी अधिकारियों को भारतीय हमले की भनक तक नहीं लगी और पांच सैनिक मारे गए, जिसके बाद पाकिस्तानी सेना ने कई आतंकवादियों के शवों को वहां से तुरंत हटाया. चैनल ने कहा है कि उसके पास मारे गए सैनिकों के नाम भी हैं. मनोज गुप्ता ने पुलिस महानिरीक्षक मुश्ताक बनकर अकबर को फोन किया और उस रात हुई क्षति की उससे जानकारी मांगी। इसके बाद अकबर ने उस रात जिन-जिन इलाकों में हमले हुए, उसकी पूरी कहानी बयान कर डाली। उसने कहा कि उस रात भीमबेर के समाना, पुंछ के हाजिरा, नीलम के दूधनियाल तथा हथियान बाला के कायानी में हमले हुए. उसने कहा कि भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक के तत्काल बाद पाकिस्तानी सेना ने पूरे इलाके की घेरेबंदी कर दी.
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