देश की सुरक्षा के मद्देनजर सेना ने सर्जिकल स्ट्राईक का वीडियो जारी करने का विरोध किया है. सूत्रो के मुताबिल सेना नहीं चाहती कि दुश्मन देशों को वीडियो के जरिए भारत के ऑपरेशन को अंजाम देने की तकनीक का पता चले। भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर जो सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया, हर देश ने जहां पाकिस्तान की आलोचना की वहीं, भारत की जमकर प्रशंसा की है.
रूस ने सर्जिकल स्ट्राईक पर दुबारा बयान जारी कर कहा है कि इंडिया की सर्जिकल स्ट्राइक ने आतंकियों को हिला डाला है.संयुक्त राष्ट्र के पी-5 देशों में शामिल रूस द्वारा पिछले दिनों भारत द्वारा पीओके में की गई कार्रवाई का समर्थन करने से भारत की स्थिति और मजबूत हो गई है। सर्जिकल स्ट्राइक की वजह से भारत को सुरक्षा परिषद् की स्थाई सदस्यता मिल सकती है।
भारत में रूस के राजदूत एलेक्जेंडर एम. कडाकिन ने सोमवार को कहा कि ह्यूमन राइट्स वॉयलेशन तब होता है जब आतंकी आर्मी या बेकसूर लोगों पर हमले करते हैं. हम भारत की सर्जिकल स्ट्राइक का स्वागत करते हैं। हर देश को आत्म रक्षा का हक है। सबसे खास बात यह है कि रूस के राजदूत एलेक्जेंडर ने लगभग स्पष्ट ही कह दिया कि उरी में आर्मी कैंप पर हमला करने वाले आतंकी पाकिस्तान से ही आए थे। इतना ही नहीं कडाकिन ने पाकिस्तान को सीमा रेखा पर फौरन आतंकी कार्रवाई पर रोक लगाने को भी कह।
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