इस साल गणतंत्र दिवस पर भारत के अतिथि एक ऐसे शख्स होंगे, जिनका शान-ओ-शौकत अमेरिका को भी पछाड़ देती है। ये जितना अल्लाह को मानते हैं, उतनी ही इज्जत राम और सीता को देते हैं। इन्हें पाकिस्तान से वो लगाव नहीं, जो भारत से है। ये शख्स अबु धाबी (यूएई) के प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नहयान हैं।
प्रिंस नहयान बीते फरवरी में भारत आए थे। इस दौरान दिल्ली में हवाई अड्डे पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रोटोकॉल से इतर जाकर अपने इस खास दोस्त की अगवानी की थी। तभी से माना जा रहा था कि इस दोस्ती की असर भी जल्द देखने को मिलेगा। वहीं, पिछले साल अगस्त में पीएम नरेंद्र मोदी ने यूएई का दौरा किया था। यह 34 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का दौरा था और नाहयान ने अबू धाबी हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी की थी। दोनों की इस दोस्ती को देखकर दुनिया चकित रह गई थी।
बीते सिंतबर महीने में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा था, जिसमें अबू धाबी के प्रिंस दिख रहे थे। यह वीडियो हिंदू धर्मगुरु मोरारी बापू के संत्संग कार्यक्रम का था, जो 17 सितंबर, 2016 से 25 सितंबर 2016 के बीच अबू धाबी (संयुक्त अरब अमीरात) में हुआ था। सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नहयान ने मंच पर आते ही ‘जय सियाराम’ कहकर संबोधित किया तो काफी देर तक तालियां गूंजती रहीं। इस्लामिक देश में हिंदू कार्यक्रम में उमड़ी भारी भीड़ पर गर्व करते हुए प्रिंस ने सभी को धन्यवाद दिया।
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