हमे कोई नहीं रोक सकता : मोहन भागवत

Publsihed: 14.Jan.2017, 22:37

कोलकाता : कोलकाता में शनिवार को संघ के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरएसएस प्रमुख  मोहन भागवत ने कहा कि आरएसएस किसी के खिलाफ नहीं है. उन्होंने कहा कि हिंदू समुदाय के सशक्तिकरण के लिए उसे एकजुट करने का प्रयास कर रहा है.  

आरएसएस प्रमुख ने कहा, 'क्या हमें कोई रोक सकता है? हमें कोई नहीं रोक सकता. हमें काम करना है और हम अपना काम करते रहेंगे. काम बढ़ाना है, यह उपदेश देने से नहीं होता.' भागवत ने कहा कि इस पर्व पर तिल और गुड़ की मिठाई बनाकर बांटते हैं. तिल से स्नेह मिलता है. परस्पर आत्मीयता मिलती है.स्नेह के लिए आवश्यक है व्यवहार में मधुरता. ये पर्व मधुरता की याद दिलाता है.

गौरतलब है कि कोलकाता पुलिस ने भागवत की आज के  प्रस्तावित कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी थी और संघ से कोई वैकल्पिक तारीख तय करने को कहा. इसके बाद संघ न्यायालय गया जहां से उसे कार्यक्रम की अनुमति मिली. 

न्यायमूर्ति जायमाल्यो बागची ने कहा कि दोपहर दो बजे से शाम छह बजे तक प्रस्तावित कार्यक्रम शहर के बीचोंबीच ब्रिगेड परेड ग्राउंड में आयोजित हो सकता है. इसके लिए शर्तों में कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों की संख्या चार हजार सीमित रखना शामिल था. कोलकाता पुलिस ने आयोजकों को पिछले स्थल भूकैलाश पार्क और बिग्रेड परेड ग्राउंड दोनो  में कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति नहीं दी थी.

न्यायमूर्ति बागची ने कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति के लिए आरएसएस के आवेदन के संबंध में पिछले आदेश का पालन नहीं करने का कारण बताने पर नाराजगी जताते हुए कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के खिलाफ अवमानना नोटिस भी जारी किया. याचिकाकर्ताओं ने अदालत के सामने पुलिस के इंकार को चुनौती देते हुए कहा कि मकर संक्रान्ति उत्सव एक वार्षिक कार्यक्रम है और यह एक विशेष तारीख पर आयोजित होता है तथा इसे महाधिवक्ता जयंत मि़त्रा के सुझाव के अनुसार स्थगित नहीं किया जा सकता.

याचिकाकर्ताओं की तरफ से वकील अनिंध्या मित्रा ने कहा कि आयोजकों ने सेना से अनुमति पहले ही ले ली है जो ब्रिगेड परेड ग्राउंड के मैदान क्षेत्र की देखरेख करती है.शर्तों को स्पष्ट करते हुए न्यायमूर्ति बागची ने निर्देश दिया कि आरएसएस की कोलकाता महानगर इकाई के आयोजन सचिव को अदालत के सामने हलफनामा दायर करना पड़ेगा कि कोई भी व्यक्ति बिना किसी उचित पंजीकरण और पहचान पत्र के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो.आयोजकों ने अदालत और कोलकाता पुलिस अधिकारियों को हलफनामा भी दिया कि कार्यक्रम के संबंध में किसी व्यक्ति द्वारा अनुचित व्यवहार करने पर जुर्माना दिया जाएगा.

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