कल रविवार को हम ने अरुण जेतली के पडौसी वकील रोहित टंडन के यहाँ चापे में 13.65 करोड रुपए बरामद होने का खुलासा किया था. आज उस समबंध में दो और नए खुलासे हुए हैं. पहला खुलासा तो यह है कि रोहित टंडन का यूपीए सरकार के समय हुई विवादास्पद बडी आर्म्स डील अगस्ता वैसट्लैंड में भी हाथ था. दूसरा खुलासा यह हुआ है कि रोहित बैंको में अपने सम्बंधो की बदौलत बडे लोगो के काले धन को नए नोटो में बदलने का धंधा कर रहा था.
कल यहाँ खबर ए बताया गया था कि दो करोड के नए नोट और 11.65 करोड के पुराने नोट बरामद हुए हैं,अब खुलासा हुआ है कि 11.65 करोड के पुराने नोटो में 3 करोड के नोट 100-100 रुपए के हैं, जो अभी मान्य हैं. दक्षिण दिल्ली के पौश इलाके कैलाश कालोनी से एक फर्लांग दूर दिल्ली के सबसे पॉश इलाके ग्रेटर कैलाश पार्ट वन में पकड़े गए वकील रोहित टंडन जिस आलीशन कोठी में रहता था उसे आसपास के लोग 'व्हाइट हाउस' के नाम से जानते हैं. रोहित टंडन एंड टंडन नाम से एक फर्म चलाता था.
ये हैं अब तक के बड़े खुलासे
1- अपना काला धन छिपाने के लिए रोहित इस अलीशान कोठी व्हाइट हाउस में एक गोदाम बना रखा था. पिछले दो महीने में उसकी कोठी में तीसरी बार छापेमारी हुई है. इनकम टैक्स पहले भी करोड़ो रुपए जब्त कर चुका है.
2- शनिवार की देर रात हुई नोटों की गिनती में 13.65 करोड़ रुपया सामने आया है. इनमें 2.65 करोड़ 2000 के नोट हैं. इतना ही नहीं तीन करोड़ के नोट 100-100 के सात करोड़ के नोट 1000-1000 के पुराने नोट बरामद हुए हैं.
3- छापेमारी के दौरान अलमारी, बाथरुम, ट्रॉली बैग, बोरी और प्लास्टिक की थैलियों से नोट बरामद हुए हैं.
4- रोहित टंडन सुप्रीम कोर्ट में वकालत भी कर चुका है.
5- 2014 में उसने जोरबाग इलाके में 100 करोड़ रुपए देकर की कोठी खरीदी थी. यह कोठी एसआर ग्रुप के संस्थापक रुइया परिवार से खरीदी गई थी.
6- रोहित टंडन फर्म होटल्स, कॉरपोरेट्स, रियल एस्टेट के कानूनी मामलों को सुलझाने के लिए फर्म खोली थी.
7- रोहित टंडन का छतरपुर में एक फॉर्म हाउस है. दिल्ली के बड़े कारोबारियों, व्यापारियों और रसूखदार लोगों में उसकी पहुंच है.
8- जिस वक्त उसकी कोठी में छापेमारी की गई वह सीसीटीवी की फुटेज अपने मोबाइल पर देख रहा था.
9- सूत्रों के मुताबिक रोहित टंडन आर्म्स डील मामले में बंद अभिषेक वर्मा और अगुस्त-वेस्टलैंडल घोटाले से भी जुड़े हैं.
10- 100-100 के नोट के जो बंडल बरामद हुए हैं वह किसी कोरियर कंपनी से आए थे. माना जा रहा है कि यहां पर कालेधन को सफेद करने का भी काम चल रहा था. कोरियर कंपनी के खिलाफ भी जांच हो रही है.
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