दिल्ली। लखनऊ के सपा मुख्यालय में अपना ताला जड कर दिल्ली पहुंचे मुलायम सिंह यादव कुछ नरम दिखाई दिए. हालांकि कल चुनाव आयोग जा कर साईकिल पर दावा ठोकने की बात पर अभी भी कायम दिखे. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रामगोपाल की ओर से पार्टी अधिवेशन बुलाने को असंवैधानिक करार दिया. मुलायम सिंह ने कहा कि वह समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष हैं और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री.
रामगोपाल कौन थे अधिवेशन बुलाने वाले
मुलायम सिंह ने कहा कि जब रामगोपाल यादव पार्टी से निष्कासित थे तो उन्हे पार्टी का अधिवेशन बुलाने का कोई हक नहीं था .उन्होने कहा कि जो पार्टी में सवाल जवाब कर रहे हैं वह जल्द ही चले जाएंगे.मुलायम सिंह ने कहा कि शिवपाल यादव ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं. पार्टी में किसी तरह का झगड़ा नहीं है. इस के जवाब में रामगोपाल यादव ने मुलायम सिंह पर चुटकी लेते हुए कहा है कि नेता जी के पास इतने विधायक हैं कि बलेरो में भर कर ले जाए.
पार्टी दफ्तर पर फिर कब्जा
मुलायम सिंह ने दिल्ली आने से पहले सपा कार्यालय के राष्ट्रीय और प्रदेश अध्यक्ष के कमरे में ताला लगवा दिया .इतना ही नहीं मुलायम ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के कमरे से अखिलेश यादव की नेम प्लेट हटाकर खुद की लगवा दी और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम की भी नेम प्लेट भी उखाड़कर शिवपाल यादव की तख्ती टांगवा दी.
सभी कमरो पर जडा ताला
इसके साथ ही मुलायम ने सभी कमरों में ताला लगवा दिया है और अपने ओएसडी सहित वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों को आदेश दिया है कि बिना उनके आदेश के कोई भी ताला नहीं खोला जाएगा. अधिवेशन में अखिलेश यादव के राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित होने के बाद यह पहला मौका था जब मुलायम सिंह यादव पार्टा कार्यालय पहुंचे थे.
मुलायम को देख दफ्तर के कर्मचारी दुबक गए
उनके साथ शिवपाल यादव भी मौजूद थे. दोनों नेताओं को किसी भी ने भी रोकने की हिम्मत नहीं दिखाई. मुलायम और शिवपाल काफी देर तक कार्यालय में बैठे रहे उसके बाद वहां पर अखिलेश और नरेश उत्तम की नेम प्लेट उखाड़वा कर अपने नाम की प्लेटें लगवा दीं.
कोई ताला नहीं खुलेगा.
दोनों कमरों में ताला जड़वाने के बाद आदेश दिया कि कोई भी उनकी बिना इजाजत के ताला नहीं खोलेगा इसके बाद दोनों नेता दिल्ली के लिए रवाना हो गए. जहां वह सोमवार को दोपहर 12.45 बजे चुनाव आयोग से मिलकर पार्टी के चुनाव चिन्ह साइकिल पर दावा ठोकेंगे.
अमरवाणी
समाजवादी पार्टी में घमासान के बीच अमर सिंह ने कहा कि विकास का दावा करने वाले लोग विज्ञान के इस युग में अपने समर्थकों के माध्यम से तंत्र और तांत्रिक बात कर रहे हैं.अमर सिंह ने कहा कि सारी विषमता और प्रतिकूलता का ठीकरा मुझपर और भाई शिवपाल यादव पर फोड़ दिया गया है.
जहर का प्याला पीने को तैयार
मैंने इस्तीफा देने की कोशिश की और देने के लिए तैयार बैठा हूं, हर तरह का बलिदान देने को तैयार हूं. हर तरह का त्याग बलिदान देने को हम तैयार हैं, ताकि परिवार टूटे नहीं और एक रहे. इतना सब होने के बावजूद जब आरोप लगता है तो दिल दुखता है.
अमर सिंह ने कहा मैं और शिवपाल मिट्टी थे. जिस कुम्हार ने हमारा निर्माण किया, हमारी प्रतिमा बनाई वह मुलायम सिंह हैं। हम उनके 2 बाजू हैं। मैं हाथ जोड़कर विनती करना चाहता हूं, और क्या लोगे। त्यागपत्र देने को तैयार हूं। शिवपाल चुनाव लड़ने से हटने को तैयार हैं। क्या जिद है? किस बात की अकड़ है? इस घर को आग लग गई घर के चिराग से। हम मिलकर रहना चाहते हैं।
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