मोदी दे सकते हैं नजीब जंग को बडे पद का तोहफा

Publsihed: 22.Dec.2016, 16:45

दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब जंग ने अपना कार्यकाल खत्म होने से 18 महीने पहले इस्तीफा दे दिया है. उन के इस्तीफे से दिल्ली में नया राजनीतिक विवाद खडा हो गया है, क्योंकि आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने आशंका जाहिर की है कि उन्होने मोदी सरकार की बहुत सेवा की है, इस लिए उन्हे किसी बडी जिम्मेदारी पर भेजा जा सकता है. कुमार विश्वास ने कहा कि नजीब जंग ने दिल्ली हुई चुनी हुई सरकार को काम नहीं करने दिया.

आप के समर्थक पूर्व आईएएस अरुण भाटिया ने कहा कि नजीब जंग  को  बहुत पहले ही इस्तीफा दे देना चाहिए था, क्योंकि वह मोदी सरकार के इशारे पर दिल्ली की चुनी हुई सरकार को काम नहीं करने दे रहे थे.लेकिन आप नेताओ की इन शुरुआती आलोचना भरी टिप्पणियो के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री सिसोदिया ने सुलझा हुआ बयान दिया. केजरीवाल आज रांची में थे, उन्होने नजीब जंग से फोन पर बात करने के बाद जो ट्विट जारी किया उस में उन के इस्तीफे पर आश्चर्य प्रकट करते हुए उन को भविष्य के लिए शुभकामनाए दी हैं. सिसोदिया ने भी उन्हे शुभकामनाए दी.

भाजपा के सचिव आरपीएन सिंह ने भी नजीब जंग के अचानक आए इस्तीफे पर हैरानी प्र्कट की है.दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि जरुर केजरीवाल के बीच कोई डील हुई है, जिस कारण नजीब जंग को जाना पडा है.कांग्रेस ने कहा कि केंद्र सरकार यह भी बताए कि नजीब जंग को इस तरह क्यो जाना पडा है. इस से पहले किसी उप राज्यपाल ने इस तरह इस्तीफा नहीं दिया था. उन्होने कहा कि सुब्र्हमण्यम स्वामी कई दिन से जंग का विरोध कर रहे थे. कांग्रेस , जिस ने खुद उप राज्यपाल के रूप में नजीब जंग की नियुक्ति की थी , बाद में नजीब जंग के खिलाफ बोल रही थी. कांग्रेस ने कहा है कि मोदी सरकार राज्यपालो को भी काम नहीं करने देती.

माकन ने  कहा कि मोदी सरकार ने आरएसएस के किसी व्यक्ति को उप राज्यपाल बनाने की कोशिश की तो कांग्रेस उस का कडा विरोध करेगी. उन्होने कहा कि उप राज्यपाल दिल्ली में केंद्र और गृहमंत्री का प्रतिनिधी होता है. आप को भी आशंका है कि मोदी सरकार भाजपा के किसी नेता को दिल्ली का उपराज्यपाल बना सकती है.

उधर नजीब जंग ने अपने इस्तीफे के बाद कहा है कि वह शिक्षा जगत में वापस जाना चहते हैं (अमेरिका या सिंगापुर के किसी विश्वविद्यालय में पढ़ाने की सोच रहे हैं.)‌, उन्होने प्रधानमंत्री का सहयोग के लिए आभार जताया है. नजीब जंग के दिल्ली के उप-राज्यपाल पद से इस्तीफा देने के अचानक फैसले से मोदी सरकार भी हैरान है. सूत्रों के मुताबिक सरकार का कहना है कि नजीब जंग पर किसी तरह का कोई दबाव नहीं डाला गया था.

आईएसएस अधिकारी रहे नजीब जंग रिटायर होने के बाद जामिया विश्वविद्यालय में वाइस चांसलर बन गए थे और इस दौरान वह रंगमंच से भी काफी समय तक जुड़े रहे.उन की नियुक्ति यूपीए सरकार ने की थी, उप राज्यपाल बनने से पहले नजीब जंग जामिया मीलिया के कुलपति थे .उन का दिल्ली की आप सरकार से टकराव बना रहा. 

हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सरकार और उप-राज्यपाल के बीच अधिकार के झगड़े में यह कहकर उप-राज्यपाल को झटका दिया था कि चुनी हुई सरकार के पास कुछ तो अधिकार होना चाहिए. अरविंद केजरीवाल, उनके मंत्री और आम आदमी पार्टी लगातार यह आरोप लगाती रही है कि केंद्र सरकार के इशारे पर एलजी जंग उसके काम में रोड़े अटकाते हैं और उनके इशारे पर अफसर तक मंत्री की बात नहीं सुनते.

 

क्या थे केजरीवाल से टकराव के मुद्दे 

महिला आयोग 

अजीबोगरीब घटनाक्रम के बीच दिल्ली महिला आयोग  के सदस्य सचिव पद पर उपराज्यपाल द्वारा नियुक्त सदस्य ने अपना कार्यभार संभाल लिया लेकिन डीसीडब्ल्यू ने उनके पदभार संभालने को 'अवैध' और 'अस्वीकार्य' करार देते हुए नामंजूर कर दिया. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सिफारिश पर नियुक्त एक अन्य सदस्य ने भी अपना कार्यभार संभाल लिया.

डीईआरसी प्रमुख को हटाए जाने को लेकर विवाद 

दिल्ली बिजली नियामक आयोग (डीईआरसी) के अध्यक्ष कृष्णा सैनी को हटाए जाने को लेकर उपराज्यपाल एवं दिल्ली की आप सरकार के बीच विवाद था . मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल के आदेश को रद्द करते हुए आरोप लगाया कि यह राष्ट्रीय राजधानी में बिजली दरें बढ़ाने की साजिश का हिस्सा है.

15 वकीलों की नियुक्ति रद्द करने का मामला 

उपराज्यपाल ने दिल्ली सरकार की ओर से नियुक्त किए गए 15 वकीलों की नियुक्ति रद्द कर दी थी, जिसे मुख्यमंत्री ने खारिज कर दिया. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा था कि मोदी की कृपा पा कर नजीब उप राष्ट्रपति बनना चाहते हैं. 

विधायक निधि बढ़ोत्तरी की फाइल लौटाई थी 

दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब जंग ने सभी 70 विधायकों की स्थानीय क्षेत्र विकास निधि (एलएडी‌) के तहत आवंटन में एक ही बार 10-10 करोड़ रुपये की बढ़ोत्तरी से जुड़ी फाइल आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को लौटा दी थी. 

मनीश सिसोदिया की फिनलेंड यात्रा 

उप राज्यपाल ने उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया को फिनलैंड से लौटने के लिए फैक्स भेज दिया था. इस के बाद आम आदमी पार्टी के मंत्री सत्येंद्र जैन और कपिल मिश्रा जब जंग से मिलने गए लेकिन उप राज्यपाल के वहां न होने के कारण मुलाकात नहीं हो पाई जिसके बाद दोनों पक्षों में वाकयुद्ध शुरू हो गया.

जब जंग ने सीधे आरोप लगा दिया 

दिल्ली में सीएम केजरीवाल बनाम एलजी नजीब जंग की लड़ाई नए मोड़ पर आ गई है। जंग ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर डील करने का आरोप लगाया है जंग ने कहा केजरीवाल, सिसोदिया पर से केस वापस लेने की डील कर रही है

 

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