मोदी ने प्रभु को शास्त्री नहीं बनने दिया, फेरबदल में हटा देंगे

Publsihed: 23.Aug.2017, 17:51

नई दिल्ली | लगातार हो रहे रेल हादसों के बाद सुरेश प्रभु ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिल कर इस्तीफे की पेशकश की | मोदी इस हफ्ते के अगले हफ्ते किसी भी समय होने वाले मंत्रिमंडल फेरबदल में सुरेश प्रभु का हटाने का पहले ही मन बना चुके हैं | इस लिए नरेंद्र मोदी ने उन्हें लाल बहादुर शास्त्री बन्ने का मौक़ा नहीं दिया, अलबत्ता कुछ दिन इन्तजार करने का कह कर वापस भेज दिया | प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकार के बाद सुरेश प्रभु ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मुझसे इंतज़ार करने को कहा है |

सुरेश प्रभु ने कहा कि हादसों, मुसाफ़िरों के घायल होने और अमूल्य ज़िंदगियों के नुकसान से मुझे बहुत दुख है | इनसे मुझे बहुत पीड़ा हुई है | 3 बरसों के दौरान मैंने रेलवे की बेहतरी के लिए खून-पसीना बहाया है | मैंने पीएम मोदी के विजन के हिसाब से काम किया है | नरेंद्र मोदी सरकार का कैबिनेट फेरबदल इस हफ्ते के अंत में या अगले हफ्ते होने की उम्मीद है | सूत्रों ने बताया कि 27 अगस्त से 2 सितम्बर के बीच कभी भी फेरबदल हो सकता है | सूत्रों का कहना है कि बीजेपी के कुछ मंत्रियों को अपने पद से हाथ धोना पड़ सकता है |

रेल मंत्री सुरेश प्रभु की कैबिनेट से छुट्टी हो सकती है | बुधवार को ही रेलमंत्री ने खुद ही इस्तीफे की पेशकश का इशारा किया है. सुरेश प्रभु ने ट्वीट कर कहा है कि रेल हादसों की नैतिक ज़िम्मेदारी मेरी है. मैंने पीएम से मिलकर ज़िम्मेदारी ली है. पीएम ने मुझे इंतज़ार करने को कहा है. कैबिनेट विस्तार में JDU कोटे से मंत्री बनाए जाएंगे, लेकिन AIADMK के मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना नहीं है. वहीं बैठक में नए रक्षामंत्री पर भी फैसला होगा. 

बैठक में नए रक्षा मंत्री पर भी होगा फैसला
उम्मीद जताई जा रही है कि कैबिनेट विस्तार में देश को नया रक्षा मंत्री भी मिल सकता है. मनोहर पर्रिकर के गोवा के मुख्यमंत्री बनने के बाद से वित्त मंत्री अरुण जेटली के पास ही रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार है. गौरतलब है कि चीन सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच यह मांग भी उठी है कि देश में एक फुल टाइम डिफेंस मिनिस्टर होना जरूरी है. इसके साथ ही बैठक में जो मंत्रालय के पद खाली हैं या उस पर भी नियुक्तियां संभव है. 

गौरतलब है कि हाल ही में नीतीश कुमार की JDU से बीजेपी के साथ नाता जोड़ते हुए बीजेपी के नेतृत्‍व वाले एनडीए में शामिल होने की घोषणा की थी. सूत्रों का कहना है कि विस्तार में जेडीयू के दो मंत्रियों को कैबिनेट में जगह मिल सकती है.

गौरतलब है कि 19 अगस्‍त को जदयू की राष्‍ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बीजपी के नेतृत्‍व वाले एनडीए में शामिल के प्रस्‍ताव पर औपचारिक मुहर लगाई गई थी. इसके साथ ही नीतीश कुमार के नेतृत्‍व में जदयू के केंद्र में बीजेपी के नेतृत्‍व वाले राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का हिस्‍सा बनने का रास्‍ता साफ हो गया.

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