शहीद संदीप रावत का पार्थिव शरीर पन्हुचा देहरादून

Publsihed: 29.Oct.2016, 11:27

सर्जिकल स्ट्राइक से इंकार के बावजूद सीमा पर पाकिस्तान की हरकते उस की बौखलाहट का सबूत है, जहाँ हर रोज़ कई कई बार सीज़फायर का उलंघन और आतंकवादियो की घुसपैठ की कोशिशे हो रही हैं.पिछले तीन दिन से एलओसी पर पाक की ओर से जबरदस्त गोलाबारी की जा रही है.

इस दौरान उत्तराखंड का बेटा शहीद हो गया. शहीद जवान का पार्थिव शरीर उत्तराखंड पहुंच गया है.जम्मू कश्मीर के तंगधार सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास घुसपैठ रोधी एक मुहिम के दौरान शहीद हुए देहरादून के राइफलमैन संदीप सिंह रावत का अंतिम संस्कार आज किया जाएगा. रावत का पार्थिव शरीर आज दिल्ली के बेस हॉस्पिटल से देहरादून पहुंच चुका है.

 

शहीद उत्तराखंड का बेटा संदीप सिंह का अंतिम संस्कार उनके पैतृक स्थान देहरादून में पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा. रावत उस दल का हिस्सा थे, जिसने कुपवाड़ा के तंगधार सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास घुसपैठ कर रहे आतंकवादियों के एक समूह को रोका और उन पर हमला किया.इसके बाद हुई गोलीबारी में राइफलमैन रावत गोली लगने से घायल हो गए थे. मुठभेड़ स्थल पर ही उनका प्राथमिक उपचार किया गया और फिर विमान से श्रीनगर में 92 बेस हॉस्पिटल पहुंचाया गया, जहां घायल रावत ने दम तोड़ दिया था.

देहरादून के नवादा निवासी 6 गढ़वाल के संदीप सिंह रावत (26 वर्ष) पुत्र हरेंद्र सिंह रावत जम्मू-कश्मीर के तंगधार में बीते शाम पाकिस्तानी रेंजर्स से लोहा लेते हुए शहीद हो गए। संदीप दो वर्ष पूर्व ही फौज में भर्ती हुए थे. एक बेहतरीन बॉक्सर होने के नाते वे खेल कोटे से फौज में भर्ती हुए थे. संदीप के पिता हरेंद्र रावत फौज से रिटायर हैं.

संदीप बचपन से ही बॉक्सर बनना चाहता था. किस्मत और देश की सेवा के प्रति जुनून उन्हें फौज में ले आई. शाम को उसका पार्थिव शरीर देहरादून स्थित आवास में लाया जाएगा.संदीप के घर में मातम का माहौल बना हुआ है. वहीं पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है.

आपकी प्रतिक्रिया