लखनऊ बना यादवी रणभूमी कुरुक्षेत्र

Publsihed: 24.Oct.2016, 13:07

Red & white , लाल और सफेद में बंटी समाजवादी पार्टी :

बैठक खत्म होने के बाद अखिलेश अपने घर गए, जहाँ उन्होने अपने समर्थक विधायको से बात की और दुबारा सपा कार्यालय में आए, विधायक अखिलेश के साथ दिखाई दे रहे हैं, अखिलेश के कार्यालय पहुंचते ही शिवपाल यादव कार्यालय से निकल गए.......जंग अभी जारी है.

समाजवादी पार्टी की बैठक खत्म होने के बाद कार्यालय के भीतर और बाहर का माहौल और खराब हो गया। मुलायम स‌िंह ने अख‌िलेश और श‌िवपाल को  जबरदस्ती गले म‌िलवाया और इसके बाद श‌िवपाल और अख‌िलेश के बीच सीधी कहासुनी होने लगी। अख‌िलेश पहले ही अपनी बात रख चुके थे। इस बीच खुद पर लगे आरोपों की आ‌ख‌िरी में सफाई देने के ल‌िए जैसे ही उन्होंने माइक ल‌िया उनसे माइक छीन ल‌िया गया। इसी बीच उनके समर्थकों में हाथापाई की नौबत आ गई।

बैठक में मुलायम स‌िंह ने कहा, मैंने पार्टी बनाने के ल‌िए बहुत संघर्ष क‌िया। लोह‌िया जी के रास्ते पर चलकर आगे बढ़ा। पार्टी बनाने के ‌ल‌िए जेल भी गया ये सब जानते हैं। पार्टी में चल रहे झगड़े से दुखी हूं।  उन्होंने कहा क‌ि हमने पार्टी के ल‌िए बहुत लाठ‌ियां खाईं ये जो उछल रहे हैं, एक लाठी भी नहीं झेल पाएंगे। उन्होंने कहा, मैं इमरजेंसी के दौरान भी जेल में रहा।

मुलायम स‌िंह ने कहा, मैं श‌िवपाल और अमर स‌‌िंह के ख‌िलाफ कुछ नहीं सुन सकता। श‌िवपाल जमीन पर बैठता था और मुझे कुर्सी पर बैठाता था। सपा सुप्रीमो ने कहा क‌ि मैं और श‌िवपाल कभी अलग नहीं हो सकते। उन्होंने बैठक में ये भी कहा, तुम्हारी हैस‌ियत क्या है, अकेले चुनाव जीत सकते हो? अपने संबोधन के बाद मुलायम स‌िंह ने कहा, अख‌िलेश तुम्हारे चाचा हैं उनके गले लगो। इसके बाद मुलायम ने दोनों को गले म‌िलवाया। उन्होंने कहा क‌ि पर‌िवार से मेरे संबंध बहुत अच्छे हैं जो अब हो रहा है उससे दूखी हूं।  मुलायम स‌िंह ने कहा, जो आलोचना नहीं सह सकता वह नेता नहीं बन सकता। आलोचना हुई है तो सुधार करो। कहा क‌ि कुछ नेता स‌िर्फ चापलूसी करते हैं। उन्होंने कहा क‌ि नौजवानों का मैंने सम्मान क‌िया। नारेबाजी करने वालों को बाहर करेंगे। सपा सुप्रीमो ने कहा, श‌िवपाल यादव आम आदमी के नेता हैं। इस दौरान वह  मुख्तार अंसारी के बचाव में भी आए और कहा, ‌क‌ि अंसारी का पर‌िवार सम्मान‌ित है। उन्होंने सीएम को फटकार भी लगाई कहा तुम लोग अमर स‌िंह को गाली देते हो, उसने मेरी  बहुत मदद की, जेल जाने से बचाया। वह मेरा भाई है। 

अख‌िलेश के भावुक भाषण के बाद श‌िवपाल यादव ने कहा, मैंने साइक‌िल चलाकर जनसंपर्क क‌िया, अच्छा काम क‌िया उसका ये स‌िला म‌िला। सीएम बताएं मैनें क्या कमी रखी। मैंने क्या मुख्यमंत्री से कम काम क‌िया। उन्होंने कहा क‌ि मेरा सीएम से कोई झगड़ा नहीं। उन्होंने कहा क‌ि मैं गंगाजल हाथ में लेकर कह सकता हूं क‌ि सीएम ने मुझसे कहा था, मैं दूसरा दल बनाऊंगा।

वह अमर स‌िंह के समर्थन में खुलकर आए और कहा क‌ि उन्होंने पार्टी की मदद की। इस दौरान श‌िवपाल भी भावुक हो गए। उन्होंने सवाल उठाया, क्या सरकार में मेरा कोई योगदान नहीं? श‌िवपाल ने कहा, बताएं मैंने सीएम का कौन सा आदेश नहीं माना? श‌िवपाल ने कहा, क्या मेरे व‌िभाग में अच्छा काम नहीं हुआ। व‌िपक्ष के लोगों ने भी मेरी तारीफ की। उन्होंने कहा, 1984 में गाड़‌ियां नहीं होती थीं तब मैंने साइक‌िल से जनसंपर्क क‌िया। श‌िवपाल ने रामगोपाल यादव का नाम ल‌िए ब‌िना उन पर भी न‌िशाना साधा।  श‌िवपाल ने मुलायम स‌िंह से पार्टी का नेतृत्व करने की बात कही।

इससे पहले अख‌िलेश के मंच पर पहुंचते ही नारेबाजी तेज हो गई। मीट‌िंग में भारी तादाद में कार्यकर्ता पहुंचे। .बैठक में सीएम अख‌िलेश ने कहा लोग पर‌िवार में मतभेद पैदा कर रहे हैं मुझे नेताजी और श‌िवपाल के सामने बात रखने का मौका चाह‌िए। उन्होंने कहा, मुझे अन्याय के ख‌िलाफ लड़ना नेताजी ने स‌िखाया है।

मेरे प‌िता मेरे ल‌िए गुरु हैं। समाजवादी पार्टी को 25 साल पूरे हुए, मैं नई पार्टी क्यों बनाऊं। उन्होंने कहा, मेरे और प‌र‌िवार के ख‌िलाफ साज‌िश हो रही है तो मैं कार्रवाई जरूर करूंगा। उन्होंने कहा क‌ि सौ प्रत‌िशत नेताजी की पार्टी है मैं कुछ नहीं हूं। लोग कह रहे हैं नई पार्टी बनाई जा रही है, मैं कुछ नहीं हूं।

सबके सामने अपनी बात रखते-रखते सीएम अ‌ख‌िलेश बेहद भावुक हो गए। उन्होंने कहा क‌ि नेता जा आप कहेंगे तो अभी इस्तीफा दे दूंगा। अख‌िलेश ने कहा अमर स‌िंह ने कहा था अक्टूबर में बड़ा बदलाव आएगा और नवंबर तक अख‌िलेश सीएम नहीं रहेगा।

 

 

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