सात एनजीओ का लाईसेंस रद्द हो गया है. इन सात एनजीओ का लाईसेंस रद्द होने के कारण अब वे विदेशी धन कबूल नहीं कर सकेंगे.जिन सात एनजीओ को विदेशी धन लेने ले वंचित किया गया है,वे लगभग सभी वामपंथी पृष्ठभूमि के लोग ही चला रहे थे और लम्बे समय से विदेशी धन का भाजपा-संघ के खिलाफ राजनीतिक इस्तेमाल कर रहे थे. उन मे वामपंथी दम्पंति सफदर हाशमी की पत्नी शबनम हाशमी का अनहद ( एक्ट नाऊ फोर हार्मोनी एंड डेमोक्रेसी) भी है. इन सभी एनजीओ के खिलाफ गुप्तचर एजेंसियो ने रि[पोर्ट दी थी.
गृहमंत्रालय के अनुसार ये सात एनजीओ कल लाईसेंस रद्द किए गए तीन लाईसेंसो के अलावा है. कल ग्रीन पीस के अलावा तीस्ता सितलवाड के दो एनजीओ सबरंग ट्रस्ट और सिटिजन फोर जस्टिस एंड पीस का लाईसेंस रद्द किया गया था. इन तीनो एनजीओ का विदेशी धन लेने का लाईसेंस तीन महीने पहले ही पांच साल के लिए नवीकरण किया गया था, इसी तरह कुछ दिन पहले जाकिर नाईक के एनजीओ का लाईअसेंस भी आटोमेटिक नवीकरण हो गया था, जिसे बाद में विशेष जांच के बाद रद्द किया गया था. इस मामले में चार अधिकारियो को निलम्बित भी किया गया.
आज अनहद के अलावा मारवाड मुस्लिम एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसाईटी, गुजरात का नवसर्जन ट्रस्ट, रूरल डिवेलपमेंट रिसर्च सेंटर,अहमदाबाद और तीन अन्य के लाईसेंस फेरा के अंतर्गत रद्द किए गए हैं. हाल ही में हालांकि इन सभी के लाईअसेंसो का नवीकरण किया गया था, लेकिन विशेष जांच के बाद इन सभी के लाईसेंस रद्द किए गए हैं. इन सभी को विदेशो में सरकार के खिलाफ अभियान चलाने और देश की छवि बिगाडने का दोषी पया गया है.
इन सभी एनजीओ ने रोहित विमूला कांड के समय विदेशो में केंद्र सरकार को बदनाम करने और केंद्र को दलित विरोधी बताने की भूमिका निभाई थी. इन सभी एनजीओ के खिलाफ गुपतचर एजेंसियो की रिपोर्ट खिलाफ होने के बावजूद सरकारी अधिकारियो ने इन के लाईसेंसो का नवी करण कर दिया था. जब आपातकालिन जांच में यह बात सामने आई तो इन सभी के लाईसेंस तुरंत प्रभाव से रद्द किए गए.
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