जीएसटी का सेंट्रल हाल से भव्य लांच

Publsihed: 01.Jul.2017, 00:03

नई दिल्‍ली: वस्‍तु एवं सेवा कर (जीएसटी) 1 जुलाई से लागू हो गया है | एक देश-एक टैक्स के दावे के साथ सरकार द्वारा संसद भवन के सेंट्रल हॉल में आयोजित खास समारोह में जीएसटी का मेगा लॉन्‍च हुआ | रात्रि  11 बजे शुरू हुआ और यह आधी रात 12 बजे समाप्त हुआ | मंच पर राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उप राष्‍ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व पीएम एच डी देवेगौडा मौजूद थे | पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के लिए भी कुर्सी राखी गई थी, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें जाने नहीं दिया |

राष्ट्रपति के अंतिम भाभन के बाद जीएसटी लागू हो गया | राष्ट्रपति ने कहा कि वह जीएसटी से शुरू से जुड़े रहे हैं |

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि 'राष्‍ट्र के निर्माण में कुछ ऐसे पल आते हैं, जिस पर हम किसी नए मोड़ पर जाते हैं, नए मुकाम की ओर पहुंचने का प्रयास करते हैं | आज इस मध्‍यरात्रि के समय हम सब मिलकर देश का आगे का मार्ग सुनिश्चित करने जा रहे हैं |  कुछ देर बाद देश एक नई व्‍यवस्‍था की ओर चल पड़ेगा. सवा सौ करोड़ देशवासी इस ऐतिहासिक घटना के साक्षी हैं | जीएसटी की यह प्रकिया सिर्फ अर्थव्‍यवस्‍था के दायरे तक ही सीमित नहीं है | यह किसी एक दल की सिद्धी नहीं है, बल्कि ये हम सभी की सांझी विरासत है | आज वर्षों के बाद एक नई अर्थव्‍यवस्‍था के लिए जीएसटी के रूप में संसद जैसे पवित्र स्‍थान से बढ़कर ओर कोई जगह नहीं हो सकती थी |'

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि 'जीएसटी लंबी विचार प्रकिया का परिणाम है | संसद में सभी पूववर्ती सांसदों ने लगातार इस पर लंबी बहस की है. इसी का परिणाम है कि आज जीएसटी को हम साकार रूप में देख पाए हैं. संविधान ने पूरे देश के नागरिकों को समान अवसर-अधिकार देने के लिए सुनिश्चित व्‍यवस्‍था खड़ी कर दी थी. मैं जीएसटी काउंसिल को बधाई देता हूं और जिस प्रकिया को जिन-जिन लोगों ने आगे बढ़ाया, मैं उन सभी को बधाई देता हूं. जीएसटी काउंसिल की 18वीं बैठके हुईं और गीता के भी 18 अध्‍याय हैं' |

पीएम ने कहा कि 'जीएसटी के जरिये आर्थिक एकीकरण का काम हुआ है. जीएसटी से 500 तरह के टैक्‍सों की मुक्ति मिल गई है. जीएसटी के कारण आज अनेक तरह के टैक्‍सों की कन्‍फ्यूजन से मुक्ति मिल रही है |  जीएसटी ज्‍यादा सरल और ज्‍यादा पारदर्शी है. गरीबों के हित के लिए यह सबसे सार्थक व्‍यवस्‍था है. आम लोगों पर नई व्‍यवस्‍था का बोझ नहीं पड़ेगा. छोटे कारोबारियों को भी परेशानियों से मुक्ति मिलेगी' |

पीएम मोदी ने कहा कि 'जो लोग आशंकाएं करते हैं, वो कृपया ऐसा न करें. जीएसटी से निर्यात बढ़ेगा | भारत के साथ कारोबार करना भी आसान होगा. जीएसटी से सभी राज्‍यों को आगे बढ़ने के मौके मिलेंगे. जीएसटी का फायदा आने वाली पीढि़यों को मिलेगा | न्‍यू इंडिया का सपना लेकर हम चल पड़े हैं, जीएसटी इसमें महत्‍वूपर्ण भूमिका अदा करेगा | जीएसटी न्‍यू इंडिया और डिजिटल भारत की एक नई टैक्‍स व्‍यवस्‍था है. जीएसटी सिर्फ एक टैक्‍स रिफॉर्म नहीं बल्कि आर्थिक और सामाजिक रिफॉर्म का भी जरिया है' | 

प्रधानमंत्री ने कहा कि, हकीकत में यह 'गुड़ एंड सिंपल टैक्‍स' है. गुड़ इसलिए क्‍योंकि टैक्‍स पर टैक्‍स से मुक्ति मिलेगी और सिंपल इसलिए कि अब सिर्फ एक टैक्‍स होगा | .
 

arun jaitely

वित्‍त मंत्री अरुण जेटली ने समारोह में उद्घाटन भाषण में शामिल सभी दिग्‍गजों का स्‍वागत करते हुए कहा कि 'हम जीएसटी लॉन्च करके इतिहास रचने जा रहे हैं. भारत नई विकास यात्रा की शुरुआत करेगा. जीएसटी न्यू इंडिया की शुरुआत करेगा, जिसका लक्ष्य एक राष्ट्र-एक कर होगा'| जेटली ने आगे कहा, 'जीएसटी में केंद्र और राज्य मिलकर काम करेंगे. हमने संविधान में संशोधन करके जीएसटी लाएं हैं | हम संसद के सभी सदस्यों, राज्यों, राज्यों के वित्त मंत्रियों और इसके लिए कार्य करने वाले सभी लोगों का धन्यवाद देते है. राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी जीएसटी की इस यात्रा के सबसे बड़े गवाह हैं | 2006 के बजट में यूपीए सरकार ने घोषणा की थी कि इसे 2010 तक लागू किया जाएगा | जीएसटी काउंसिल 18 बार बैठ चुकी है. जीएसटी से राज्‍यों के अधिकारों का हनन नहीं होगा. हर बार आम राय से फैसले लिए गए' |

वित्‍त मंत्री ने कहा कि, सारे टैक्‍स खत्‍म, अब सिर्फ एक टैक्‍स होगा. अब सिर्फ एक रिटर्न जाएगा. टैक्‍स के ऊपर टैक्‍स न लगना जीएसटी की विशेषता है | 
 
संसद के सेंट्रल हॉल में भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह के बगल में पार्टी के वरिष्‍ठ नेता लालकृष्‍ण आडवाणी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार एक साथ बैठे दिखे | उनके बैंच पर सोनिया गांधी के लिए भी सीट राखी गई थी |  दल कांग्रेस, लेफ्ट, टीएमसी, आरजेडी, आम आदमी पार्टी इसमें शामिल नही हुई , जबकि  समाजवादी पार्टी समारोह में शामिल हुई  |

जीएसटी के खास बिंदु...

-वस्तुओं और सेवाओं पर पूरे देश में एक समान टैक्स
-5%, 12%, 18%, 28% की चार बड़ी श्रेणियां
-अल्कोहल जीएसटी के दायरे से बाहर
-तेल से जुड़े उत्पाद भी जीएसटी के दायरे से बाहर
-उत्पादन से बिक्री तक हर चरण पर टैक्स
-लेकिन हर चरण में घटता जाएगा पिछला टैक्स
-ग्राहकों पर कुल टैक्स के बोझ में कमी
-केंद्रीय जीएसटी, राज्य जीएसटी और समग्र जीएसटी- कुल तीन स्तर
-कारोबारियों को हर महीने भरना होगा रिटर्न
-20 लाख तक के सालाना कारोबार पर जीएसटी नहीं

जीएसटी की तैयारी

-80 लाख करदाता नई व्यवस्था से जुड़ेंगे
-जीएसटी से जुड़े 66 लाख करदाता
-64,000 अधिकारियों को अब तक ट्रेनिंग
-सारी फ़ाइलिंग ऑनलाइन ही होगी
-25 बैंकपोर्टल से जुड़े

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