सोपोर। सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में मारे गए हिजबुल आतंकी गुलजार अहमद लोन को दफनाने के लिए बारिश के बावजूद हजारों कश्मीरी उमड़े। सुरक्षाबलों ने हिजबुल आतंकी गुलजार अहमद लोन और उसके एक साथी को बारामूला के सोपोर इलाके में मुठभेड़ में मार गिराया था।
हालांकि इस दौरान सेना को स्थानीय लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ा जिससे स्थिति तनावपूर्ण बन गई थी। सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि सोपोर के पाजलपोर गांव में कुछ आतंकी छिपे हैं। इसके बाद सुरक्षाबलों ने इलाके को चारों ओर से घेरकर तलाशी शुरु कर दी। जिस पर आतंकियों ने सेना पर फायरिंग शुरु कर दी। इसके बाद दोनों तरफ से गोलीबारी शुरु हो गई जिसमें दो आतंकी मारे गए।
इस दौरान कश्मीर आजादी के और भारत के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। हालात के मद्देनजर पूरे घाटी में इंटरनेट सेवा पर बैन लगा दिया गया है। इससे पहले भी सुरक्षाबलों ने जब लश्कर के तीन आतंकियों को मार गिराया था, तीनों आतंकियों के अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में कश्मीरी एकजुट हुए थे। दर्जनों आतंकी भी इसमें शामिल हुए थे और अंधाधुंध हवाई फायरिंग की गई थी।
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